जुलाई में निर्यात 14.2 फीसद बढ़ा, व्यापार घाटा पांच साल के उच्चतम स्तर पर
वाणिज्यिक निर्यात पिछले महीने बढ़कर 25.77 बिलियन डॉलर के स्तर पर आ गया है
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। भारत का व्यापार घाटा पांच साल के उच्चतम स्तर के साथ जुलाई में 18.02 बिलियन डॉलर के स्तर पर पहुंच गया। यह जानकारी वाणिज्य मंत्रालय ने दी है। इसकी प्रमुख वजह तेल आयात में हुई बढ़ोतरी है।
हालांकि वाणिज्यिक निर्यात सालाना आधार पर जुलाई महीने में 14.32 फीसद रहा है, वहीं तेल आयात के 57.41 फीसद तक बढ़ जाने के कारण व्यापार घाटा भी बढ़कर 12.35 बिलियन डॉलर के स्तर पर आ गया है। जून महीने में व्यापार घाटा 16.6 बिलियन डॉलर पर रहा था।
वाणिज्य मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि वाणिज्यिक निर्यात पिछले महीने बढ़कर 25.77 बिलियन डॉलर के स्तर पर आ गया है, जबकि आयात 28.81 फीसद बढ़कर 43.79 बिलियन डॉलर के स्तर पर पहुंच गया।
मंगलवार को सऊदी अरब की ओर से तेल उत्पादन में कटौती की घोषणा के बाद तेल की कीमतों में उछाल देखने को मिला, जिसने वैश्विक स्तर पर तेल की आपूर्ति के संबंध में चिंताएं बढ़ा दीं। ईरान पर लगे प्रतिबंधों ने इसके निर्यात को प्रभावित किया है।
वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों की बात करें तो डब्ल्यूटीआई क्रूड के दाम 65.08 डॉलर प्रति बैरल और ब्रेंट क्रूड के दाम 70.91 डॉलर प्रति बैरल हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि अमेरिका और चीन के बीच जारी व्यापार विवाद ऊर्जा की मांग और ग्रोथ को बाधित कर रहा है।