एजुकेशन लोन डिफॉल्ट स्टूडेट के क्रेडिट स्कोर को खराब कर सकता है: सिबिल
सिबिल ने बताया कि एजुकेशन लोन में डिफॉल्ट करना स्टूडेंट के लिए बेहतर नहीं है
नई दिल्ली (जेएनएन)। सब्सिडी या कम ब्याज पर दिए गए एजुकेशन लोन में बढ़ रहे डिफाल्ट के मामलों को संज्ञान में लेते हुए क्रेडिट इंफॉर्मेशन कंपनी सिबिल ने गुरुवार को कहा कि इस तरह की डिफॉल्ट हिस्ट्री स्टूडेंट के क्रेडिट स्कोर पर विपरीत असर डाल सकती हैं जो कि उनकी ओर से भविष्य में लिए जाने वाले किसी अन्य लोन में मुसीबतें पैदा करेगा।
सिबिल ने बताया कि एजुकेशन लोन पर इस तरह के डिफॉल्ट मामले करीब 5 फीसद हैं, जिनमें 90 दिनों से ज्यादा का ड्यूज है। कम ब्याज दरों पर 4 लाख से कम राशि के लोन के डिफॉल्ट के मामलें (8.1 फीसद) लंबी राशि के लोन के मुकाबले ज्यादा हैं। अन्य श्रेणियों के लिए तुलनात्मक डिफ़ॉल्ट दरें हैं, 4 से 5 लाख के लिए 4.8 फीसद और 5 से 15 लाख के लिए 2.1 फीसद। वहीं 15 लाख के ऊपर की राशि के बड़े लोन पर डिफॉल्ट के मामले करीब 1 फीसद हैं।
क्या होता है क्रेडिट स्कोर: आपका क्रेडिट स्कोर दरअसल आपकी ओर से पूर्व में लिए गए लोन और उसके चुकाने का ब्यौरा भर होता है। बैंक आपके लोन की अर्जी को आपका क्रेडिट स्कोर चेक करने के बाद ही मंजूर करता है। अगर, अपका क्रेडिट स्कोर बेहतर है तो बैंक आपको आसानी से लोन मुहैया करा देते हैं।
क्या होता है क्रेडिट स्कोर और इसे कौन देता है: क्रेडिट स्कोर तीन अंको की एक संख्या होती है, जो 300 से 900 के बीच होती है। क्रेडिट स्कोर जितना अधिक होता है, उसे उतना ही बेहतर माना जाता है। एक डिफॉल्ट करने पर भी क्रेडिट स्कोर कमजोर हो सकता है। 79 फीसदी व्यक्तिगत लोन 750 से ज्यादा के स्कोर पर ही अप्रूव किए जाते हैं। क्रेडिट इन्फॉर्मेशन ब्यूरो (इंडिया) लिमिटेड (CIBIL) क्रेडिट स्कोर देता है।
घर बैठे चेक करें अपना सिबिल: आप सिबिल की वेबसाइट www.cibil.com/online/credit-score-check पर जाइए। यहां आपको एक फॉर्म भरना होगा। आपको शुल्क के रुप में 470 रुपए का भुगतान करना होगा। इसके बाद ऑथेन्टिकेशन के लिए आपसे पांच सवाल पूछे जाएंगे जिनमें से कम से कम तीन सवालों के सही जवाब आपको देने ही होंगे। प्रक्रिया पूरी होने के बाद आप अपना क्रेडिट स्कोर देख सकते हैं।