टाटा ग्रुप के लेटर बम के बाद साइरस से ऑफिस ने दिया जवाब
टाटा ग्रुप की ओर से दी गई 9 पन्नों की प्रतिक्रिया के जवाब में साइरस के ऑफिस ने भी बड़ा पटलवार किया है।
नई दिल्ली: टाटा ग्रुप की ओर से दी गई 9 पन्नों की प्रतिक्रिया के जवाब में साइरस के ऑफिस ने भी बड़ा पटलवार किया है। साइरस के ऑफिस का कहना है कि टाटा ग्रुप का यह बयान हताशा को दर्शाता है। ग्रुप ने बताया कि टाटा ग्रुप के चेयरमैन पद से हटाए जाने के बाद से उन्हें काफी सारे ई-मेल और फोन्स कॉल्स के जरिए प्रतिक्रियाएं मिली हैं। गौरतलब है कि साइरस मिस्त्री की ओर से लगाए गए आरोपों के जवाब में गुरुवार को टाटा ग्रुप ने 9 पन्ने का एक लेटर लिखा जिसमें उन्होंने कहा कि साइरस मिस्त्री ने ग्रुप का भरोसा तोड़ा है।
टाटा ग्रुप ने लिखा है 9 पन्नों का लेटर:
टाटा ग्रुप ने 9 पेज का लेटर लिखकर साइरस मिस्त्री के सभी आरोपों का जवाब दिया है। ग्रुप ने अपने लेटर में लिखा है कि मिस्त्री ने हमारा भरोसा तोड़ने का काम किया। वे टाटा ग्रुप की मेन ऑपरेटिंग कंपनियों से दूसरे प्रतिनिधियों को बाहर कर खुद का नियंत्रण चाहते थे। मिस्त्री की रणनीति यह थी कि वे टाटा बोर्ड में अकेले ही टाटा के प्रतिनिधि रहें। उनकी यह योजना सोची-समझी था और इस पर वे बीते चार साल से काम कर रहे थे।
मिस्त्री के ऑफिस ने क्या कहा:
To allege “ulterior motive” of taking over control of cos,giving ex. of Indian Hotels only because independent directors:Cyrus Mistry office
— ANI (@ANI_news) November 10, 2016
(cont) one of whom is also a director of Tata Trust,demonstrated true independence is not in keeping with Tata gov standards: Mistry office
— ANI (@ANI_news) November 10, 2016
Tata Sons “press release” has unsubstantiated claims,half truths without a word of explanation as to why it became necessary: Mistry office
— ANI (@ANI_news) November 10, 2016