टीसीएस के डायरेक्टर पद से हटाए गए साइरस मिस्त्री, 93 फीसदी शेयरधारकों ने मिस्त्री के खिलाफ वोट किया
मंगलवार को हुई ईजीएम में साइरस मिस्त्री को टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) के डायरेक्टर पद से हटा दिया गया है
नई दिल्ली। मंगलवार को हुई ईजीएम में साइरस मिस्त्री को टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) के डायरेक्टर पद से हटा दिया गया है। इस ईजीएम (एक्स्ट्राऑर्डिनरी जनरल मीटिंग) में टाटा संस के रेजोल्युशन पर हुई वोटिंग में 93.11 फीसदी शेयरधारकों ने मिस्त्री को टीसीएस के डायरेक्टर पद से हटाने के लिए वोटिंग की। मिस्त्री के समर्थन में 6.89 फीसदी वोट डले। यह ईजीएम कुल 150 मिनट तक चली और इसमें 38 शेयरधारकों ने अपनी बात रखी।
क्या हुआ वोटिंग में?
इंस्टीट्यूशनल शेयरहोल्डर्स में 44 फीसदी वोटिंग के लिए उपस्थित नहीं थे। वोट करने वालों में से 57.7 फीसदी ने मिस्त्री के हटाए जाने के पक्ष में और 42.5 फीसदी ने खिलाफ वोट किया। 82 फीसदी पब्लिक शेयरहोल्डलर्स ने वोट ही नहीं किया। जिन्होंने वोट किया उनमें 78 फीसदी ने मिस्त्री को हटाए जाने के खिलाफ और 22 फीसदी ने टाटा संस के रेजोल्युशन के पक्ष में वोट किया। कुल मिलाकर करीब 87 फीसदी ने वोट किया। कंपनी ने वोटिंग के नतीजों के कुछ मिनटों बाद ही नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) को जानकारी दे दी।
साइरस मिस्त्री ने कहा हुई बड़ी नैतिक जीत
वोटिंग के नतीजों के बाद सायरस मिस्त्री के ऑफिस की तरफ से बयान जारी किया गया। इसमें मिस्त्री ने कहा, ‘‘गवर्नेंस के लिए यह एक बड़ी नैतिक जीत है।’’ उन्होंने यह भी कहा, ‘‘टीसीएस के करीब 20 फीसदी शेयरधारक, जो कि नॉन प्रमोटर शेयरहोल्डर्स का 70 फीसदी है, ने मिस्त्री को सपोर्ट किया और टाटा संस के रिजॉल्यूशन के खिलाफ वोट किया।’’
आपको बता दें कि इंडियन होटल्स (20 दिसंबर), टाटा स्टील (21 दिसंबर), टाटा मोटर्स (22 दिसंबर), टाटा केमिकल्स (23 दिसंबर) और टाटा पावर (26 दिसंबर) की भी ईजीएम होनी हैं, जिनमें साइरस मिस्त्री को डायरेक्टर पद से हटाने पर फैसला होगा।