क्रिसिल ने माना सड़क निर्माण कार्य में आई तेजी
क्रिसिल ने कहा कि 2015 में रोजाना 12 किमी सड़कों का निर्माण हो रहा था, अब यह आंकड़ा 23 किमी हो गया है
नई दिल्ली (जेएनएन)। रेटिंग एजेंसी क्रिसिल ने राजमार्ग क्षेत्र में सड़क निर्माण की रफ्तार बढ़ाने के लिए सड़क मंत्रालय और भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) की तारीफ की है। इंफ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र पर जारी अपनी हाल की रिपोर्ट में क्रिसिल ने कहा है कि जहां 2015 में रोजाना 12 किलोमीटर राजमार्गो का निर्माण हो रहा था, वहीं 2017 में यह रफ्तार बढ़कर 23 किलोमीटर पर पहुंच गई है। यही रफ्तार जारी रही तो निकट भविष्य में रोजाना 40 किलोमीटर राजमार्गो का निर्माण भी होने लगेगा।
क्रिसिल की रिपोर्ट पर नीति आयोग ने भी मुहर लगा दी है। शुक्रवार को प्रधानमंत्री द्वारा इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं की समीक्षा बैठक के दौरान आयोग ने उन्हें बताया कि 2016-17 के दौरान देश में चार-छह लेन वाले 26 हजार किलोमीटर राजमार्गो का निर्माण हुआ और ये रफ्तार लगातार बढ़ रही है।
क्रिसिल के अनुसार एनएचएआइ के प्रयासों मसलन डेवलपर को ऋण में मदद, लंबित परियोजनाओं के अनुबंध रद करने व नई कंपनियों को देने आदि के उपायों के चलते राजमार्ग परियोजनाओं में जोखिम काफी कम हो गया है। दो वर्ष पहले 53 फीसद परियोजनाएं जोखिम में थीं। जबकि अब केवल 21 फीसद परियोजनाओं के साथ ऐसी स्थिति है। इस समय 9400 किलोमीटर की बीओेटी प्रोजेक्ट में से केवल 2000 किलोमीटर की प्रोजेक्ट पर ही जोखिम का साया है। इनमें भी अस्सी फीसद यानी करीब 100 परियोजनाओं का जोखिम स्तर बहुत कम है।
रेटिंग एजेंसी के सीनियर डायरेक्टर सचिन गुप्ता के अनुसार ईपीसी व हाइब्रिड-एन्युटी मॉडल अपनाए जाने, 70 हजार करोड़ रुपये के कर्ज की रीफाइनेंसिंग होने तथा टीओटी के तहत 40 हजार करोड़ रुपये के अतिरिक्त कर्ज का इंतजाम होने से आने वाले समय में परियोजनाओं में और तेजी आने की संभावना है।
इस बीच शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं की समीक्षा बैठक में नीति आयोग ने भी सड़क परियोजनाओं में तेजी की पुष्टि की। प्रधानमंत्री के समक्ष पेश प्रजेंटेशन में आयोग ने कहा कि 2016-17 के दौरान चार व छह लेन के कुल 26,000 किलोमीटर राजमार्गो का निर्माण हुआ और इस रफ्तार में बढ़ोतरी जारी है।
नीति आयोग ने प्रधानमंत्री के समक्ष ग्राम सड़क योजना की भी दर्शाई। उसके मुताबिक इस समय रोजाना रिकॉर्ड 130 किलोमीटर ग्रामीण सड़कों का निर्माण हो रहा है। 2016-17 के दौरान 47,400 किलोमीटर ग्रामीण सड़कों का निर्माण हुआ तथा 11,641 अतिरिक्त गांवों को जोड़ा गया। इनमें से 4000 किलोमीटर ग्रामीण सड़कें अपरंपरागत हरित सामग्रियों का प्रयोग कर बनाई गई।
आयोग ने प्रधानमंत्री को सड़क और रेलवे क्षेत्र की प्रमुख परियोजनाओं जैसे कि ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस वे, चार धाम परियोजना, काजीगुंड-बनिहाल सुरंग, चिनाब रेलवे ब्रिज तथा जीरगाम-इंफाल प्रोजेक्ट की की जानकारी दी। आयोग ने पीएम को बताया कि पोर्ट क्षेत्र में आठ लाख करोड़ रुपये निवेश वाली 415 परियोजनाओं की पहचान ‘सागरमाला’ के तहत की गई है। इनमें से 1.34 लाख करोड़ रुपये की परियोजनाओं के कार्यान्वयन की तैयारी हो गई है।