‘सोशल रिस्पांसिबिलिटी’ पर खर्चे में RIL अव्वल, टीसीएस दूसरे और विप्रो तीसरे नंबर पर रहीं
मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान ‘सोशल रिस्पांसिबिलिटी’ की मद में सबसे अधिक खर्च करने वाली कंपनी बन गई है। कंपनी ने कोरोना काल (Coronavirus) के दौरान समाजसेवा पर 922 करोड़ रुपये खर्च किए।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान ‘सोशल रिस्पांसिबिलिटी’ की मद में सबसे अधिक खर्च करने वाली कंपनी बन गई है। कंपनी ने कोरोना काल (Coronavirus) के दौरान समाजसेवा (Corporate Social Responsibility) पर 922 करोड़ रुपये खर्च किए। वित्त वर्ष में इंडिया इंक का सीएसआर पर कुल खर्च 8,828.11 करोड़ रुपये रहा। सरकार द्वारा संसद के पटल पर रखे गए आंकड़ों में यह बात सामने आई।
रिलायंस के बाद दूसरे और तीसरे नंबर पर देश की आईटी कंपनियों ने पैसा खर्च किया। सोशल रिस्पांसिबिलिटी में टाटा समूह की प्रमुख कंपनी टीसीएस ने 674 करोड़ रुपये और विप्रो ने 246 करोड़ रुपये खर्च किए। इंडिया इंक द्वारा सोशल रिस्पांसिबिलिटी पर खर्च की गई रकम का 10 फीसदी रिलायंस ने अकेले ही खर्च कर दिया।
सीएसआर में कंपनियों को बीते तीन साल के औसत नेट प्रोफिट का 2 फीसदी अनिवार्य रूप से खर्च करना पड़ता है। कोरोना काल की वजह से रिलायंस ने 2 प्रतिशत की अनिवार्य सीमा से कहीं अधिक खर्च किया। हलांकि इंडिया इंक के कुल सीएसआर खर्च में पिछले वर्ष की तुलना में 64% की गिरावट दर्ज की गई है।
बता दें कि हाल में अबू धाबी केमिकल्स डेरिवेटिव्स कंपनी आरएससी लिमिटेड (TA'ZIZ) और रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) ने विश्व स्तर पर रासायनिक उत्पादन साझेदारी TA'ZIZ EDC & PVC' लॉन्च करने के लिए समझौता किया है। यह उत्पादन क्षमता रुवाइस में TA'ZIZ औद्योगिक रसायन क्षेत्र में लगाई जाएगी। नए संयुक्त उद्यम 2 अरब डॉलर से अधिक का निवेश किया जाएगा। संयुक्त अरब अमीरात में इन रसायनों का पहली बार उत्पादन किया जाएगा। यह परियोजना वैश्विक स्तर पर इन रसायनों की बढ़ती मांग को पूरा करने के साथ-साथ आयात को भी कम करेगी। TA'ZIZ औद्योगिक रसायन क्षेत्र - अबू धाबी नेशनल ऑयल कंपनी (ADNOC) और ADQ के बीच एक संयुक्त उद्यम है।