Move to Jagran APP

केयर रेटिंग्स का अनुमान, वित्त वर्ष 2020 में 12.60 से 13.40 लाख करोड़ हो सकता है जीएसटी संग्रह

एजेंसी ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा कि सरकार को चालू वित्त वर्ष में अपने राजकोषीय लक्ष्य को बनाए रखने के लिए जीएसटी संग्रह में निरंतरता तय करनी होगी

By Praveen DwivediEdited By: Published: Mon, 06 May 2019 10:26 AM (IST)Updated: Mon, 06 May 2019 10:26 AM (IST)
केयर रेटिंग्स का अनुमान, वित्त वर्ष 2020 में 12.60 से 13.40 लाख करोड़ हो सकता है जीएसटी संग्रह
केयर रेटिंग्स का अनुमान, वित्त वर्ष 2020 में 12.60 से 13.40 लाख करोड़ हो सकता है जीएसटी संग्रह

नई दिल्ली (आईएएनएस)। रिसर्च व रेटिंग कंपनी केयर रेटिंग्स ने अनुमान लगाया है कि वित्त वर्ष 2019-20 में जीएसटी (वस्तु एवं सेवा कर) संग्रह 12.60 लाख करोड़ से लेकर 13.40 लाख करोड़ तक रह सकता है और औसत मासिक संग्रह 1.05-1.12 लाख करोड़ रह सकता है। वहीं कंपनी ने अप्रत्यक्ष कर के आंकड़ों के अपने विश्लेषण में कहा कि जीएसटी संग्रह अप्रैल में हालांकि सबसे ज्यादा हुआ है लेकिन यह वित्त वर्ष 2019-20 के मासिक लक्ष्य से कुछ कम है।

loksabha election banner

एजेंसी ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा, "सरकार को चालू वित्त वर्ष में अपने राजकोषीय लक्ष्य को बनाए रखने के लिए जीएसटी संग्रह में निरंतरता तय करनी होगी। ऐसा इसलिए क्योंकि जीएसटी के लागू होने के बाद से संग्रह में अस्थिरता बनी हुई है।" अप्रैल में जीएसटी संग्रह पिछले साल की समान अवधि से 10.5 फीसद बढ़कर 1,13,865 करोड़ रुपये हो गया, जोकि अब तक का सबसे ज्यादा संग्रह है।

जानकारी के लिए आपको बता दें कि एक जुलाई 2017 को देशभर में वस्तु एवं सेवा कर को लागू कर दिया गया था जिसके बाद तमाम स्थानीय और राज्य स्तर के कानून खत्म हो गए थे। वित्त वर्ष 2018-19 में औसत मासिक जीएसटी संग्रह 98,114 करोड़ रुपये रहा जोकि वित्त वर्ष 2017-18 के औसत संग्रह से 9.2 फीसद अधिक है।

लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.