मिस्त्री विवाद से टाटा स्टील को झटका, ब्रिकवर्क ने डाउनग्रेड की रेटिंग
साइरस मिस्त्री की विदाई के बाद से टाट की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। स्टॉक मार्केट में टाट ग्रुप की कंपनियों के शेयर्स में गिरावट और हेडएचआर के इस्तीफे के बाद अब टाटा ग्रुप को एक और बड़ा झटका लगा है।
नई दिल्ली: साइरस मिस्त्री की विदाई के बाद से टाट की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। स्टॉक मार्केट में टाट ग्रुप की कंपनियों के शेयर्स में गिरावट और हेडएचआर के इस्तीफे के बाद अब टाटा ग्रुप को एक और बड़ा झटका लगा है। रेटिंग एजेंसी ब्रिकवर्क ने टाटा स्टील द्वारा लाए जा रहे दो पब्लिक इश्यूज की रेटिंग घटा दी है।
ब्रिकवर्क ने क्यों कम की रेटिंग:
रेटिंग एजेंसी ब्रिकवर्क के मुताबिक मिस्त्री को हटाए जाने के बाद मैनेजमेंट रिस्क भी बढ़ गया है। एजेंसी ने इसके तहत कंपनी द्वारा लाए जा रहे एनसीडी और डेट इश्यू की रेटिंग घटा दी है। हां यह बात अलग है कि एजेंसी ने अभी तक टाटा स्टील कंपनी की कैटेगरी में कोई बदलाव नहीं किया है। आपको बता दें कि एनसीडी में ऐसे इश्यू जारी किए जाते हैं, जिन्हें स्टॉक्स में कन्वर्ट नहीं किया जा सकता। ब्रिकवर्क रेटिंग्स ने 4 हजार करोड़ रुपए के अनसिक्योर्ड एनसीडी पर कंपनी की रेटिंग रिवाइज कर निगेटिव आउटलुक के साथ 'बीडब्ल्यूआर एए' कर दी है। पहले कंपनी की रेटिंग स्टेबल आउटलुक के साथ 'बीडब्ल्यूआर एए प्लस' थी।
टाटा ग्रुप के एचआर हेड और 3 अन्य लोगों ने दिया इस्तीफा
साइरस मिस्त्री को पद से हटाए जाने के बाद से हर रोज कोई न कोई बड़ी हलचल सामने आ रही है। इस विवाद से जुड़ी ताजा खबर यह है कि टाटा ग्रुप के चीफ ह्यूमन रिसोर्स ऑफिसर (सीएचआरओ) समेत ग्रुप एग्जीक्यूटिव काउंसिल (जीईसी) के तीन सदस्यों ने इस्तीफा दे दिया है। वालों में एनएस राजन के अलावा बिजनेस डेवलपमेंट ऑफिसर मधु कन्नन, स्ट्रैटजिस्ट निर्मल्या कुमार भी शामिल हैं। गौरतलब है कि बीते सोमवार को ही रतन टाटा ने साइरस मिस्त्री को पद से हटाकर खुद कमान संभाल ली थी।
तीन दिन में टाटा ग्रुप की कंपनियों के 26,000 करोड़ डूबे
साइरस मिस्त्री और रतन टाटा के बीच जारी विवाद के चलते टाटा ग्रुप्स के स्टॉक्स में बीते गुरुवार को भी गिरावट दिखी। इस बड़े विवाद के चलते निवेशकों की परेशानी के पीछे सरकार की विफलता बताई जा रही है। साइरस मिस्त्री को उनके पद से हटाए जान के तीन दिन बाद (गुरुवार) तक टाटा ग्रुप की बाजार हिस्सेदारी में 26,000 करोड़ रुपए की चपत लग चुकी है।
सॉफ्टवेयर बनाने वाली दिग्गज कंपनी सोमवार को रतन टाटा के फैसले के बाद मुश्किल के ही 0.6 फीसदी की गिरावट को काबू में रख पाई है। बीते गुरुवार को टाटा टेलीसर्विस (महाराष्ट्र) के शेयर 10 फीसदी की गिरावट के साथ 6.7 रुपए के स्तर पर पहुंच गए थे। इंडियन होटल्स के शेयर इंट्रा डे में 10 फीसदी की गिरावट के साथ 4.18 फीसदी तक लुढ़ककर 114.65 रुपए के स्तर पर आ गए।