सिस्टेमैटिक ट्रांसफर प्लान्स से बेहतर रिटर्न देते हैं बूस्टर एसटीपी, जानें दोनों में क्या है फर्क
STP vs Booster STPs अगर आप इक्विटी म्युचुअल फंडों में एकमुश्त निवेश करना चाहते हैं और चाहते हैं कि ज्यादा रिस्क भी न उठाया जाए तो म्युचुअल फंडों के सिस्टेमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान में इन्वेस्ट कर सकते हैं। बूस्टर एसटीपी बाजार परिस्थितियों कोोदेखते हुए शेयरों में पैसों का निवेश करता है
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। क्या आप भी अन्य निवेशकों की तरह म्युचुअल फंडों में एकमुश्त निवेश करने की सोच रहे हैं? अगर हां, तो यह खबर आपके लिए उपयोगी साबित होगी। विशेषज्ञों की सलाह होती है कि इक्विटी म्युचुअल फंडों में निवेशकों को सिस्टेमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान यानी SIP के जरिए निवेश करना चाहिए, जहां नियमित अंतराल पर पैसों का इन्वेस्टमेंट इक्विटी म्युचुअल फंडों में किया जाता है। अगर आप एकमुश्त निवेश करना चाहते हैं तो बूस्टर सिस्टेमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान आपके लिए उपयोगी साबित होगा। यह म्युचुअल फंड की ऐसी स्कीम है, जो एकमुश्त रकम को किस्तों में निवेश करती है। सामान्य और बूस्टर एसटीपी (Booster STP) की तुलना करें तो आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल की बूस्टर एसटीपी स्कीम रिटर्न देने के मामले में सामान्य एसटीपी की तुलना में बेहतर साबित हुई है।
आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल के बूस्टर एसटीपी में किसी ने जुलाई, 2021 में 12 लाख रुपये का निवेश किया होगा तो यह रकम अब 12.13 लाख रुपये बन गई है। जबकि यही रकम सामान्य एसटीपी में घटकर 11.20 लाख रुपये रह गई है। इस आधार पर देखा जाए तो सामान्य एसटीपी की तुलना में बूस्टर एसटीपी ने 8.29 फीसदी की फायदा दिया है।
थोड़ा और पहले यानी दिसंबर 2018 में आपने अगर आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल के बूस्टर एसटीपी में 12 लाख रुपये लगाया होता तो मई 2022 तक इसने आपको 19.6 फीसदी का रिटर्न दिया होता, यानी निवेश बढ़कर 22.14 लाख रुपये हो गया होता। दूसरी तरफ, सामान्य एसटीपी का रिटर्न 12.5 फीसदी रहा। 12 लाख का निवेश 17.93 लाख रुपये ही हुआ।
क्या है STP?
एसटीपी का मतलब सिस्टैमैटिक ट्रांसफर प्लान से है। जब बूस्टर की बात आती है तो यह सामान्य एसटीपी की तुलना में बेहतर काम करता है। बूस्टर एसटीपी आपकी मूल रकम का 0.1 गुना से लेकर 5 गुना तक किस्तों के रूप में निवेश करता है जो इक्विटी के मूल्यांकन इंडेक्स पर आधारित होता है।
बूस्टर एसटीपी में आप एकमुश्त निवेश कर सकते हैं। इसके बाद यह स्कीम बाजार की स्थितियों के अनुरूप उसे किस्तों के रूप में निवेश करती है। उदाहरण के तौर पर अगर आपने 12 लाख रुपये जनवरी 2019 में इस स्कीम में लगाया होगा तो यह रकम इसने अगस्त 2020 तक बाजार में अलग-अलग समय में निवेश किया है। कभी इसने 50,000 रुपये का निवेश किया तो कभी 10 हजार रुपये तो कभी 2.84 लाख रुपये तक का निवेश किया है। बूस्टर एसटीपी के तहत बाजार परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए शेयरों में निवेश घटाया या बढ़ाया जाता है।