भारत की जीडीपी ग्रोथ 7.2 फीसद रहने का अनुमान: मेरिल लिंच
BofaML ने अपनी स्डटी में अनुमान लगाया है कि दो अगस्त को RBI ब्याज दरों में चौथाई फीसद की कटौती कर सकता है
नई दिल्ली (जेएनएन)। वित्त वर्ष 2017-18 में सकल घरेलू उत्पादन (जीडीपी) की एक नई श्रृंखला के आधार पर भारत की आर्थिक वृद्धि दर के सुधरकर 7.2 फीसद रहने का अनुमान है। यह अनुमान बैंक ऑफ अमेरिका मेरिल लिंच (BofaML) ने अपने एक अध्धयन में लगाया है।
भारतीय रिजर्व बैंक की नीति के संबंध में रिपोर्ट में बताया गया है कि हमें उम्मीद है कि दो अगस्त को आरबीआई ब्याज दरों में चौथाई फीसद की कटौती कर सकता है। केंद्रीय बैंक की नीति समीक्षा बैठक 6-7 जून हो होनी है। उम्मीद की जा रही है कि इसमें ब्याज दरों को स्थिर रखा जा सकता है।
केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय की ओर से जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक वित्त वर्ष 2016-17 में सकल मूल्य वर्धन (जीवीए) में 6.6 फीसद की कमी देखी गई, जो वित्त वर्ष 2015-16 में 7.9 फीसद रही थी। बोफा-एमएल ने अपने एक रिसर्च पेपर में कहा, यह आंकड़े हमारे मामूली सुधार के दृष्टिकोण को सुनिश्चित करता है। हमारा अनुमान है कि कर्ज ब्याज दरों में कटौती पर वित्त वर्ष 2017-18 में जीडीपी की नई श्रृंखला के आधार पर वृद्धि दर 7.2 फीसद रहने और पुरानी श्रृंखला में छह फीसद रहने का अनुमान है।
मई महीने में खुदरा मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति 2.5 फीसद रही है। यह आरबीआई के महंगाई को दो से छह फीसद रखने के लक्ष्य के अनुरूप है। इससे पहले छह अप्रैल को आरबीआई ने अपनी मौद्रिक समीक्षा में नीतिगत दरों में रेपो दर को बिना परिवर्तन के 6.25 फीसद रखा था। वहीं, रिवर्स रेपो रेट को बढ़ाकर 5.75 फीसद किया गया था।