Coronavirus: बैंकों में अब सैनिटाइज्ड नोटों का ही लेनदेन, बैंककर्मियों को मिले मेडिकेटेड मास्क
बैंकों और एटीएम को सैनिटाइज किया जा रहा। सैनिटाइज्ड नोट लिए और दिए जा रहे हैं।
अजय पांडेय, समस्तीपुर। कोरोना वायरस को लेकर बेहद सतर्कता और सावधानी बरती जा रही। किसी भी स्तर से चूक न हो, इसका ध्यान रखा जा रहा। वायरस संक्रमण को लेकर करंसी (नोट और सिक्के) के आदान-प्रदान पर भी चिंता जताई जा रही। उनके संक्रमित होने की आशंका को देखते हुए इंडियन बैंक एसोसिएशन की ओर से कुछ गाइडलाइन जारी की गई है। इसके मद्देनजर जिले के कई बैंकों और एटीएम को सैनिटाइज किया जा रहा। सैनिटाइज्ड नोट लिए और दिए जा रहे हैं। बैंकों की विभिन्न शाखाओं में सैनिटाइजर उपलब्ध करा दिए गए हैं। बैंककर्मियों को मेडिकेटेड मास्क भी दिए गए हैं।
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के क्षेत्रीय प्रबंधक नवीन कुमार बताते हैं कि वायरस संक्रमण से निपटने के लिए भीड़ को नियंत्रित करने की कोशिश की गई है। क्योंकि, जितने कम लोग होंगे, वायरस का चक्र टूटेगा। इसलिए, कुछ सर्विस को शॉर्ट तो कुछ को स्थगित किया गया है। समस्तीपुर में एसबीआइ की 35, वैशाली में 16 के अलावा एक क्षेत्रीय शाखा भी है, जहां कोरोना वायरस से निपटने की पूरी तैयारी है।
हर काउंटर पर सैनिटाइजर
बैंक शाखा के हर काउंटर पर एक-एक सैनिटाइजर रखा गया है। वहां आने-जानेवाले ग्राहकों को पहले गेट पर सैनिटाइज किया जाता है। अगर, वे कैश जमा करते हैं तो उनके नोट को पहले सैनिटाइज किया जाता है, तभी काउंटर में रखा जाता। इसके अलावा निकासी करने पर उन्हें सैनिटाइज्ड नोट ही दिया जाता है। जब से संक्रमण का दौर आया है, ग्राहकों की संख्या स्वत: कम हुई है। जमा और निकासी को छोड़कर अन्य काम को संक्षिप्त करने के कारण ग्राहकों ने भी खुद को सीमित कर लिया है।