अनिल अंबानी के डिफेंस प्लान में आई बाधा, बैंक मांग रहे पर्सनल गारंटी
डिफेंस सेक्टर में अनिल अंबानी की महत्वाकांक्षी योजना की रफ्तार थमती नजर आ रही है, क्योंकि बैंक रिलायंस डिफेंस एंड इंजीनियरिंग को लोन देने के लिए अनिल अंबानी की पर्सनल गारंटी की मांग कर रहे हैं।
नई दिल्ली: डिफेंस सेक्टर में अनिल अंबानी की महत्वाकांक्षी योजना की रफ्तार थमती नजर आ रही है, क्योंकि बैंक रिलायंस डिफेंस एंड इंजीनियरिंग को लोन देने के लिए अनिल अंबानी की पर्सनल गारंटी की मांग कर रहे हैं। आपको बता दें कि अनिल अंबानी के ग्रुप ने पिपावाव डिफेंस का अधिग्रहण किया था। इसलिए अब कर्जदाता चाहते हैं कि पूर्व प्रमोटर निखिल गांधी ने जो गारंटी दी थी उसकी जगह अब अनिल अंबानी अपनी पर्सनल गारंटी दें।
नाम न लिए जाने की शर्त पर एक बैंक कार्यकारी ने बताया कि इस संबंध में शनिवार को रिलायंस ग्रुप को एक ई-मेल भी किया गया है, लेकिन कंपनी की तरफ से उसका कोई भी जवाब नहीं दिया गया है। जब तक इस समस्या का समाधान नहीं निकलता है तब तक कर्जदाता किसी भी तरह का अतिरिक्त फंड देने को राजी नहीं होंगे, जो कि कंपनी की मौजूदा परियोजनाओं को चलाने के लिए जरूरी है।
इकोनॉमिक टाइम्स में छपी खबर के मुताबिक रिलायंस डिफेंस जिस पर पहले से ही 12,600 रुपए का कर्ज है उसने 400 करोड़ रुपए के प्रायरिटी लोन और 1000 करोड़ रुपए की नॉन-फंड बेस्ड लिमिट की मांग की है।
हाल ही में कंपनी और बैंकरों के बीच इस मुद्दे पर हाई लेवल बैठक भी हुई है। इसमें रिलायंस डिफेंस एंड इंजीनियरिंग ने प्रस्ताव दिया था कि अंबानी ग्रुप की कंपनी रिलायंस इंफ्रा कॉरपोरेट अपनी गारंटी देगी, न कि प्रमोटर अनिल अंबानी। लेकिन कर्जदाता लगातार जोर दे रहे हैं कि अंबानी खुद अपनी पर्सनल गारंटी दें।
रिलायंस ग्रुप ने 2015 में खरीदी थी पिपावाव की 18 फीसदी इक्विटी
रिलायंस ग्रुप ने मार्च 2015 में ऑल कैश डील के तहत पिपावाव डिफेंस में 18 फीसदी की इक्विटी खरीदी थी। यह सौदा कुल 819 करोड़ रुपए का था।