एशिया के विकासशील अर्थव्यवस्थाओं की विकास दर 0.1 फीसद रहने की उम्मीद, दिखेगी 60 वर्षो की सबसे बड़ी सुस्ती : ADB
ADB ने इस वर्ष एशिया की विकासशील अर्थव्यवस्थाओं की विकास दर महज 0.1 प्रतिशत रहने की संभावना जताई है।
मनीला, एजेंसियां। एशियाई विकास बैंक (ADB) ने इस वर्ष एशिया की विकासशील अर्थव्यवस्थाओं की विकास दर महज 0.1 प्रतिशत रहने की संभावना जताई है। गुरुवार को जारी अनुमानों में बैंक का कहना है कि अगर ऐसा हुआ तो वर्ष 1961 के बाद यह एशिया की सबसे कम विकास दर होगी। इसके साथ ही मनीला-स्थित इस बैंक ने अप्रैल के उस अनुमान को संशोधित किया है, जिसके तहत उसने एशिया की 45 विकासशील अर्थव्यवस्थाओं की विकास दर 2.2 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया था।
इस बारे में एडीबी के मुख्य अर्थशास्त्री यासुयुकी सवादा ने कहा कि एशिया और प्रशांत की अर्थव्यवस्थाओं पर कोविड-19 का गंभीर असर दिखेगा। लॉकडाउन को खत्म करने की शुरुआत भले ही हो गई हो, लेकिन स्थिति पूरी तरह सामान्य होने के बाद भी एक लंबे अरसे तक दुनिया एक नए माहौल में काम करती नजर आएगी। अगले वर्ष इकोनॉमी में तेज उछाल जरूर दिखेगा, लेकिन उसकी मुख्य वजह यह होगी कि इस वर्ष की विकास दर काफी कम रहेगी। बैंक ने चीन की विकास दर इस वर्ष 1.8 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया है, जो पिछले वर्ष 6.1 प्रतिशत रही थी।
इस बीच, एडीबी ने इस वर्ष भारत की विकास दर में चार प्रतिशत सिकुड़न की बात कही है। एशियाई विकास आउटलुक (ADO) में बैंक का कहना था कि इस वर्ष मार्च में खत्म वित्त वर्ष की आखिरी तिमाही (जनवरी-मार्च, 2020) के दौरान भारत की आर्थिक विकास दर घटकर 3.1 प्रतिशत रह गई थी, जो वर्ष 2003 के बाद किसी भी तिमाही का निचला स्तर है। गौरतलब है कि इस वर्ष अप्रैल के अपने वार्षिक आउटलुक में एडीबी ने चालू वित्त वर्ष में भारत की विकास दर चार प्रतिशत रह जाने का अनुमान लगाया था।