नोटबंदी ने आंतकवाद के लिए होने वाली फंडिंग को लगभग रोक सा दिया: अरुण जेटली
वित्त मंत्री ने कहा कि नोटबंदी ने आतंकवाद के वित्तपोषण पर करारा प्रहार किया है
नई दिल्ली (जेएनएन)। केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने मंगलवार को बताया कि नोटबंदी ने आतंकवादी निधियों को लगभग रोक सा दिया। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ महीनों में जम्मू और कश्मीर में पत्थर फेंकने वालों की संख्या में आई गिरावट इसका परिणाम है। गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने नोटबंदी का फैसला बीते साल 8 नवंबर को लिया था।
उन्होंने कहा कि बीते कुछ महीनों में सुरक्षा बलों की स्थिति काफी बेहतर रही है। जेटली ने कहा, “साल 2008 से 2010 के दौरान हमने हजारों पत्थरबाजों को सड़कों पर देखा था, लेकिन बीते कुछ महीनों के दौरान 25 से 50 या 100 पत्थर बाजों को ही सड़कों पर देखा है। इसका एक प्रमुथ कारण यह है कि आंतकवाद को होने वाली फंडिंग लगभग रुक सी गई है।” उन्होंने लोकसभा में अनुदान की पूरक मांग पर बहस का जवाब देते हुए यह बातें कही हैं।
उन्होंने कहा कि नोटबंदी के कारण आतंकवादी पैसों के लिए बैंकों को लूटने पर मजबूर हुए हैं और उत्तर प्रदेश के निवासी संदीप शर्मा जिन्हें दक्षिण कश्मीर में एलईटी मॉड्यूल के सदस्य होने के लिए गिरफ्तार किया गया था, एक वेल्डर थे और उनका इस्तेमाल बैंक लॉकर को तोड़ने के लिए किया गया। उन्होंने आगे कहा कि आतंकवाद के वित्तपोषण में गिरावट आना नोटबंदी का परिणाम है। जेटली ने कहा कि ऐसा सिर्फ कश्मीर की घाटी में नहीं हुआ है बल्कि ऐसा छत्तीसगढ़ में भी हो रहा है।