COVID-19: Apple ने भी भारत की मदद का किया ऐलान, Google व Microsoft पहले ही कर चुके हैं सहायता की घोषणा
Apple के सीईओ Tim Cook ने इस बात का ऐलान किया है कि टेक जगत की दिग्गज कंपनी भारत को सहायता और राहत मुहैया कराएगी। Google के सुंदर पिचाई और Microsoft के सत्या नडेला पहले ही इस बाबत घोषणाएं कर चुके हैं।
वाशिंगटन, एएनआइ। भारत कोविड-19 की दूसरी लहर से जूझ रहा है। इसी बीच दुनियाभर के प्रमुख नेता और उद्योग जगत भारत की मदद के लिए आगे आए हैं। इसी कड़ी में Apple के सीईओ Tim Cook ने इस बात का ऐलान किया है कि टेक जगत की दिग्गज कंपनी भारत को सहायता और राहत मुहैया कराएगी। Cook ने ट्वीट किया है, ''भारत में कोविड-19 से जुड़े मामलों में भयानक वृद्धि के बीच हमारी संवेदनाएं चिकित्साकर्मियों, Apple परिवार और इस महामारी से इस चरण में मुकाबला कर रहे हर व्यक्ति के साथ है। Apple ग्राउंड पर सपोर्ट और राहत से जुड़े उपाय करेगी।''
भारत में कोविड-19 की दूसरी लहर हर दिन और गंभीर रूप लेती जा रही है। भारत में सोमवार को कोविड-19 के 3.52 लाख नए मामले दर्ज किए गए। यह आंकड़ा इस महामारी की शुरुआत के बाद से एक दिन में नए मामलों में सबसे ज्यादा वृद्धि को दिखाता है।
Amid a devastating rise of COVID cases in India, our thoughts are with the medical workers, our Apple family and everyone there who is fighting through this awful stage of the pandemic. Apple will be donating to support and relief efforts on the ground.— Tim Cook (@tim_cook) April 26, 2021
इससे पहले माइक्रोसॉफ्ट के भारतीय-अमेरिकी सीईओ सत्या नडेला और गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने भारत को मदद देने का संकल्प जाहिर किया था।
नडेला ने ट्विटर पर लिखा, ''मैं भारत की वर्तमान स्थिति से बहुत दुखी हूं। मैं इस बात को लेकर आभारी हूं कि अमेरिका की सरकार मदद में जुट गई है। माइक्रोसॉफ्ट राहत उपायों को तेज करने के लिए अपने ताकत, संसाधन और प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल जारी रखेगी एवं क्रिटिकल ऑक्सीजन कंस्ट्रेशन डिवाइस खरीदने में मदद करेगी।''
इसी बीच वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए पिचाई ने ट्वीट किया, ''भारत में कोविड संकट को और गहराते हुए देखकर काफी दुखी हैं। Google और Googlers मेडिकल सप्लाई के लिए GiveIndia और Unicef, ज्यादा जोखिम वाले समुदायों की मदद करने वाले संगठनों को 135 करोड़ रुपये उपलब्ध करा रहे हैं। इसके अलावा जरूरी सूचनाओं के प्रसार में मदद के लिए अनुदान दिया जा रहा है।''