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फोन धीमा करने वाली एपल और सैमसंग पर लगा करोड़ों रुपये का जुर्माना

नियामक ने पाया कि एपल और सैमसंग पुराने हैंडसेट्स पर नित नए अपडेट्स भेजकर उन्हें सुनियोजित तरीके से धीमा कर रही थीं

By Pramod Kumar Edited By: Published: Thu, 25 Oct 2018 08:44 AM (IST)Updated: Thu, 25 Oct 2018 08:44 AM (IST)
फोन धीमा करने वाली एपल और सैमसंग पर लगा करोड़ों रुपये का जुर्माना
फोन धीमा करने वाली एपल और सैमसंग पर लगा करोड़ों रुपये का जुर्माना

नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। स्मार्टफोन के धीमा चलने पर अक्सर उपयोगकर्ता खीजकर फोन बदल लेते हैं। लेकिन पहली बार किसी नियामक ने पाया कि दुनिया की दो मशहूर मोबाइल निर्माता कंपनियां अपने नए स्मार्टफोन की बिक्री बढ़ाने के लिए पुराने हैंडसेट्स पर नित नए अपडेट्स भेजकर उन्हें सुनियोजित तरीके से धीमा कर रही थीं। इटली के स्पर्धा प्राधिकरण ने बुधवार को कहा कि वह एपल और सैमसंग पर इन्हीं गतिविधियों के लिए 1.15 करोड़ डॉलर (डॉलर के मौजूदा भाव पर करीब 84 करोड़ रुपये) और 57 लाख डॉलर (करीब 42 करोड़ रुपये) का जुर्माना लगा रहा है।

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माना जा रहा है कि इन कंपनियों के खिलाफ यह इस तरह का पहला आदेश है। दुनियाभर में इन कंपनियों पर यह आरोप लगता रहा है कि वे पुराने हैंडसेट्स पर ऑपरेटिंग सिस्टम अपडेट करने के लिए प्रोत्साहित करती हैं, जिसके कारण वे फोन धीमे हो जाते हैं और इस तरह से ये कंपनियां ग्राहकों को नया फोन खरीदने के लिए मजबूर करती हैं। एक बयान में कहा गया है कि एंटी-ट्रस्ट अथॉरिटी एजीसीएम द्वारा की गई दो जटिल जांच से पता चला है कि एपल और सैमसंग ने अनुचित वाणिज्यिक तौर-तरीकों को अपनाया। एजीसीएम ने कहा कि दोनों कंपनियों ने ग्राहकों को ऐसे सॉफ्टवेयर अपडेट इंस्टॉल करने के लिए प्रोत्साहित किया, जिन्हें उनके डिवाइस पूरी तरह से सपोर्ट नहीं करते थे। इस प्रक्रिया में कपंनियों ने ग्राहकों को पूरी सूचना नहीं दी और न ही कंपनियों ने ग्राहकों को फोन को पूरी तरह से ठीक करने की कोई प्रभावी व्यवस्था दी।

एजीसीएम ने अपने फैसले में आगे कहा कि ऑपरेटिंग सिस्टम अपडेट के कारण फोन के फंक्शनिंग में गंभीर खराबी पैदा हुई और उसकी रफ्तार काफी धीमी हो गई। इस तरह से कंपनियों ने फोनों को नए संस्करण से रिप्लेस करने की प्रक्रिया को तेज किया।

एपल के सीईओ कुक ने की निजता कानून की वकालत

एपल के सीईओ टिम कुक ने बुधवार को आगाह किया कि ऑनलाइन सेवाओं का इस्तेमाल करने वाले लोगों के डाटा का उपयोग उनके ही खिलाफ हथियार के रूप में किया जा रहा है। उन्होंने यूरोप और अमेरिका, दोनों के लिए कड़े निजता कानून की वकालत की और अपनी कंपनी की ओर से व्यक्तिगत डाटा की सुरक्षा को लेकर प्रतिबद्धता जताई। डाटा निजता पर एक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए कुक ने यूरोपीय संघ के अधिकारियों की तरफ से इस साल एक नया कड़ा डाटा निजता कानून लाए जाने की सराहना की। उन्होंने कहा कि आइफोन बनाने वाली कंपनी अमेरिका के लिए एक संघीय निजता कानून का पूरा समर्थन करती है। 


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