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भारत में महज एक फीसदी लोग भरते हैं इनकम टैक्स: अमिताभ कान्त

देश की 1.25 अरब की आबादी में से महज एक फीसदी ही इनकम टैक्स देते हैं। ऐसा बुधवार को नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कान्त ने कहा है

By Surbhi JainEdited By: Published: Thu, 22 Dec 2016 01:54 PM (IST)Updated: Thu, 22 Dec 2016 01:57 PM (IST)
भारत में महज एक फीसदी लोग भरते हैं इनकम टैक्स: अमिताभ कान्त

नई दिल्ली। देश की 1.25 अरब की आबादी में से महज एक फीसदी ही इनकम टैक्स देते हैं। ऐसा बुधवार को नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कान्त ने कहा है। उन्होंने कहा कि देश की 95 फीसदी अर्थव्यवस्था कैश में ट्रांजैक्शन करती है, जिसे देश वहन नहीं कर सकता।

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राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की ओर से कैशलैस लेनदेन पर आयोजित कार्यशाला को संबोधित करते हुए अमिताभ कान्त ने कहा कि यदि वर्ष 2030 तक देश की अर्थव्यवस्था को मौजूदा 2,000 अरब डॉलर से 10,000 अरब डॉलर पर पहुंचाने का लक्ष्य हासिल करना है तो भारत की 95 फीसदी अर्थव्यवस्था में लेनदेन नकदी में हो यह वहनीय नहीं है।

देश में मोबाइल फोन धारकों की संख्या एक अरब से अधिक है जबकि अभी तक एक अरब आधार बायोमेट्रिक्स बनाए जा चुके हैं। ऐसा अमिताभ कान्त ने एक आधिकारिक बयान में कहा है। उन्होंने यह भी बताया कि भारत को दुनिया की शीर्ष अर्थव्यवस्थाओं में पहुंचाने के लिए सरकार ने पहले ही 26 करोड़ लोगों को प्रधानमंत्री जनधन योजना (पीएमजेडीवाई) से जोड़ा है। आपको बात दें कि अबतक 20 करोड़ से ज्यादा रूपे कार्ड जारी किए जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि हमें कैशलैस लेनदेन की ओर बढ़ना चाहिए।


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