Air India में 100 फीसद हिस्सेदारी बेचेगी सरकार, 50,000 करोड़ रुपये से ज्यादा का है कर्ज
Air India लंबे समय से घाटे में चल रही है। इसका बिजनेस पटरी पर लाने के लिए सरकार ने इसका विनिवेश करने का फैसला किया है।
नई दिल्ली, पीटीआइ। सरकार प्रस्तावित विनिवेश प्रक्रिया के तहत विमानन कंपनी एयर इंडिया में अपनी 100 फीसदी हिस्सेदारी बेचने जा रही। केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने गुरवार को संसद में यह जानकारी दी। राष्ट्रीय विमानन कंपनी पर फिलहाल 50 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का कर्ज है। यह लंबे समय से घाटे में चल रही है। इसका बिजनेस पटरी पर लाने के लिए सरकार ने इसका विनिवेश करने का फैसला किया है।
नागरिक विमानन मंत्री पुरी ने लोकसभा में एक सवाल के लिखित जवाब में कहा, 'नई सरकार के गठन के बाद, एयर इंडिया स्पेसिफिक अल्टरनेटिव मेकैनिज्म (एआईएसएएम) का दोबारा गठन किया गया है और एयर इंडिया के रणनीतिक विनिवेश की प्रक्रिया मंजूर कर ली गई है। एआईएसएएम ने 100 प्रतिशत हिस्सेदारी बिक्री के प्रस्ताव को हरी झंडी दे दी है।'
Govt decides to sell its entire 100% stake in #AirIndia under the proposed disinvestment process. pic.twitter.com/tpqzOnhmTo — All India Radio News (@airnewsalerts) December 12, 2019
एयर इंडिया को 2018--19 में 8,556.35 करोड़ रुपये का घाटा होने का अनुमान है। पुरी ने कहा कि विमानन क्षेत्र में सुधार के लिए कई कदम उठाए गए हैं, जिसमें जेट एयरवेज के विमान दूसरी कंपनियों को ट्रांसफर करना भी शामिल है। जेट एयरवेज ने अप्रैल में नकदी के संकट की वजह से परिचालन बंद कर दिया था।