SBI ने ग्राहकों को बताया कि सुरक्षित डिजिटल बैंकिंग के लिए क्या करें और क्या न करें
सेफ डिजिटल बैंकिंग के लिए SBI ने ग्राहकों को दिये खास टिप्स
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) ने अपने ग्राहकों को इलेक्ट्रॉनिक फाइनेंशियल और बैंकिंग ट्रांजैक्शन करते समय सावधान रहने की सलाह दी है। बैंक ने कस्टमर्स को सुरक्षित डिजिटल बैंकिंग और अपने अनुभव को बेहतर करने के लिए चार अहम कदम उठाने के लिए कहा है। बैंक ने यह जानकारी अपनी आधिकारिक ट्विटर हैंडल के जरिए दी है।
बैंक ने बताया क्या करना चाहिए-
एसबीआई के अनुसार नेट बैंकिंग या इलेक्ट्रॉनिक बैंकिंग के लिए प्रमाणित और विश्वसनीय ब्राउजर्स का इस्तेमाल करने का आग्रह किया है। इनमें किसी भी हैक या फ्रॉड होने की संभावना कम होती है। ग्राहकों को यह भी सलाह दी गई है कि पेमेंट के लिए सिक्योर्ड वेबसाइट्स का इस्तेमाल करना चाहिए मसलन, जिनके यूआरएल में https का इस्तेमाल हुआ है। यदि आप पैसे ट्रांसफर कर रहे हैं तो कोशिश करें कि परिचित बेनिफिशियरी को ही जोड़े। डेबिट कार्ड ट्रांजैक्शन के दौरान अमाउंट को जरूर वेरिफाई करें।
Be alert and cautious when conducting any electronic financial and banking transaction. Follow these practices and have a safe digital banking experience.#SBI #StateBankofIndia #ConsumerProtection pic.twitter.com/dhITYn8F3q
— State Bank of India (@TheOfficialSBI) July 18, 2018
क्या न करें-
बैंक ने बताया है कि कभी भी पब्लिक डिवाइसेज/ ओपन या फ्री नेटवर्क का इस्तेमाल न करें। अधिकांश पब्लिक प्लेस पर फ्री वाई फाई सुविधा के चलते लोग कनेक्ट कर डिजिटल बैंकिंग करते हैं। इससे आपकी बैंकिंग इन्फॉर्मेशन लीक होने का सबसे बड़ा खतरा रहता है। अपना पासवर्ड, ओटीपी, पिन, सीवीवी, यूपीआई पिन आदि किसी के साथ साझा न करें। लोग अक्सर अपने बैंकिंग क्रिडेंशियल्स अपने स्मार्टफोन पर सेव कर के रखते हैं। ऐसे में फोन चोरी होने पर सबसे ज्यादा खतरा आपकी बैंकिंग डिटेल्स को होती है। ऐसा बिल्कुल नहीं करना चाहिए। सुनिश्चित करें कि आप अपना कार्ड या कार्ड की डिटेल्स के किसी अनजान के साथ साझा नहीं कर रहे हैं। कई बार कॉल या मैसेज पर आपसे ओटीपी, कार्ड पर लिखा नंबर आदि की मांग की जाती है, ये आमतौर पर फ्रॉड के लिए की जाती हैं।