SBI का सेविंग बैंक अकाउंट और स्मॉल अकाउंट, जानें आपके लिए कौन बेहतर
आप शुुरुआती तौर पर बिना केवाईसी डॉक्यूमेंट के एसबीआई में स्मॉल अकाउंट खुलवा सकते हैं..
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) अपने बैंकिंग पोर्टफोलियो के अंतर्गत काफी सारी सेवाएं मुहैया करवाता है। बैंक का सेविंग बैंक अकाउंट इसी तरह का एक खास फीचर है जो कि ग्राहकों को उनके पैसे सुरक्षित रखने के साथ साथ एक नियत रफ्तार से बढ़ाने में मदद करता है। एसबीआई में ग्राहक का खाता उसकी पहचान को संतुष्ट करके ही उपलब्ध करवाया जाता है, जिसमें उसे अपना पहचान पत्र और आवास प्रमाण पत्र उपलब्ध करवाना होता है। हालांकि एसबीआई इसके अलावा भी अन्य तरह का अकाउंट उपलब्ध करवाता है जिसे स्माल अकाउंट कहा जाता है। इसमें वो लोग खाता खुलवा सकते हैं जिनके पास केवाईसी (नो योर कस्टमर) डॉक्यूमेंट नहीं होते हैं।
हम अपनी इस खबर के माध्यम से इन्हीं दोनों खातों के बीच अंतर बताएंगे ताकि आप आसानी से समझ पाएं कि आपके लिए इन दोनों में से कौन सा खाता ज्यादा बेहतर है।
एसबीआई का सेविंग बैंक अकाउंट: अगर आपका एसबीआई में सेविंग अकाउंट है तो इस खाते में जमा 1 करोड़ रुपये तक की राशि पर 3.5 फीसद की दर से ब्याज दिया जाता है। वहीं सेविंग अकाउंट में 1 करोड़ से ऊपर की राशि होने की सूरत में आपको 4 फीसद के सालाना आधार पर ब्याज उपलब्ध करवाया जाता है। यह जानकारी एसबीआई के पोर्टल (sbi.co.in) पर उपलब्ध है।
इस बचत खाते को मल्टी ऑप्शन डिपॉजिट से लिंक भी कराया जा सकता है, ताकि खाते में पड़ी अतिरिक्त राशि पर टर्म डिपाजिट पर उच्च ब्याज हासिल किया जा सके। ध्यान रहे ग्राहकों को इस खाते में एक मिनिमम एवरेज मंथली बैलेस मेंटेन करना पड़ता है। ऐसा न होने की सूरत में बैंक आप पर पेनाल्टी भी लगा सकते हैं। यह शहर और ग्रामीण क्षेत्र के आधार पर अलग अलग होती है।
एसबीआई स्मॉल अकाउंट: एसबीआई के स्मॉल अकाउंट को कोई भी खोल सकता है। हालांकि इसके लिए उसका 18 वर्ष का होना जरूरी है। हालांकि केवाईसी में छूट दिए जाने के कारण इस अकाउंट के संचालन संबंध में काफी सारे प्रतिबंध भी लगाए गए हैं। स्मॉल सेविंग अकाउंट को रेगुलर सेविंग अकाउंट में बदला जा सकता है। हालांकि इसके लिए आपको केवाईसी डॉक्यूमेंट जमा कराने होंगे। इस तरह के खाते का उद्देश्य समाज के गरीब वर्ग को बचत के लिए प्रेरित करना है और वो भी बिना किसी शुल्क के बोझ के। एसबीआई के सेविंग बैंक अकाउंट के उलट इसमें एवरेज मिनिमम बैलेंस (एएमबी) मेंटेन करने की जरूरत नहीं होती है।
अगर स्मॉल अकाउंट खुलवाने के 24 महीने के भीतर केवाईसी डॉक्यूमेंट नहीं जमा कराते हैं तो खाता बंद करने के अलावा अन्य लेनदेन की अनुमति नहीं मिलती है। एसबीआई के स्मॉल अकाउंट में अधिकतम 50,000 रुपये तक जमा कराए जा सकते हैं। इस खाते पर मिलने वाला ब्याज भी एसबीआई के सेविंग बैंक अकाउंट जितना ही होता है।