कोरोना के खिलाफ जंग में हाथों की सफाई के लिए रहे साबुन के संग
बेतिया। दुनिया में फैले कोविड-19 यानी कोरोना वायरस से जंग में भारत ने लॉक डाउन का उपाय मजबूत किया है।
बेतिया। दुनिया में फैले कोविड-19 यानी कोरोना वायरस से जंग में भारत ने लॉक डाउन का उपाय मजबूत किया है। बचाव के लिए एक मजबूत कड़ी हाथों की सफाई पर विशेष जोर दिया जा रहा है। जिसमें बड़े-बड़े चिकित्सक और जानकार साबुन के झाग को काफी प्रभावकारी भी मान रहे हैं। शरीर में वायरस के मुख्य रूप से प्रवेश करने के माध्यम हाथों को महज बीस सेकंड साबुन से हाथ धोकर उनके असर को समाप्त किया जा सकता है। लेकिन बहुतेरे लोग सैनिटाइजर के पीछे ऐसे भाग रहे जैसे इस महामारी का इलाज का वह मुख्य साधन हो। जबकि बाजार में लाइफ ब्वॉय, डिटॉल साबुन की मांग बढ़ी है। किराना व्यवसायी रिपुसूदन मिश्रा बताते हैं कि सैनिटाइजर बाजार में उपलब्ध नहीं होने से साबुन की बिक्री बढ़ी है। ज्यादातर लोग लाइफ ब्वॉय साबुन की खरीदारी कर रहे हैं। साथ ही डिटॉल के हैंड वॉश की भी बिक्री बढ़ी है। व्यवसायी सर्वेश कुमार व विनोद प्रसाद का कहना है कि डिटॉल, मार्गो, डिटॉल हैंड वास की बिक्री बढ़ी है। हमारे पास इनके स्टॉक भी पर्याप्त मात्रा में हैं। ग्राहकों को परेशानी का सामना नहीं करना पड़ रहा है। व्यवसायी रामाशीष प्रसाद ने बताया कि कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए लोग व्याकुल होकर सैनिटाइजर खोज रहे हैं। नहीं मिलने पर साबुन, डिटॉल हैंड वॉश की खरीदारी कर रहे हैं। साबुन ग्राहकों को आसानी से निर्धारित मूल्य पर उपलब्ध कराया जा रहा है। बता दें कि कोरोना वायरस के संक्रमण समेत विभिन्न रोगों के लिए उत्तरदाई वायरस और जीवाणुओं के अनेक स्त्रोत होते हैं। व्यक्ति कई चीजों को छूता है। फिर हाथों को चेहरा और आंख पर ले जाता है, जिससे वह प्रभावित होता है। ऐसे में हांथ की सफाई को अति आवश्यक माना जा रहा है। व्यवसायियों ने बताया कि दवा दुकान कौन कहे कई लोग किराना दुकान पर पहुंच कर सैनिटाइजर की मांग करते हैं। जबकि सैनिटाइजर का उपयोग उस समय अधिक कारगर होता है जब साबुन और पानी उपलब्ध नहीं हो। लॉक डाउन में लोगों को घरों में रहना पड़ रहा है। बार-बार साबुन से हाथ धो कर उसकी सफाई सुनिश्चित की जा सकती है। जानकार बताते हैं कि साबुन का झाग ऐसे वायरस को मारने के लिए काफी प्रभावी भी है। यही वजह है कि कोरोना वायरस से जंग में हाथ धोने को एक महत्वपूर्ण हथियार माना जा रहा है।
बयान
कोरोना वायरस की ऊपरी सतह लाइकोप्रोटीन व फैट की बनी होती है। साबुन में यह गुण होता है कि वह किसी भी वसा को काट देता है। ऐसे में जब हाथ में साबुन का झाग बनता है तो यह वायरस को साफ कर देता है। वसा अल्कोहल से भी धुल जाता है। इसी कारण अल्कोहल आधारित सैनिटाइजर के उपयोग का भी सुझाव दिया जाता है। चुकी सैनिटाइजर सबके पास उपलब्ध होना मुश्किल है। इसलिए साबुन हर अमीर- गरीब के पास आसानी से उपलब्ध रहता है और प्रभावकारी भी है।
डॉ राजेश कुमार
चिकित्सक