लॉकडाउन में ढिलाई के साथ चेहरे से हटने लगा मास्क
बगहा । कोरोना संक्रमण के तीसरी लहर के दस्तक के बाद भी छोटी दुकान या बड़े मॉल में सबके चेहरों से मास्क पूरी तरह हट गया है।
बगहा । कोरोना संक्रमण के तीसरी लहर के दस्तक के बाद भी छोटी दुकान या बड़े मॉल में सबके चेहरों से मास्क पूरी तरह हट गया है। ये लापरवाही कोरोना की तीसरी लहर पर बहुत खतरनाक साबित होगी। इन जगहों पर कोरोना से बचने के लिए जारी गाइडलाइन का नहीं पालन किया जा रहा है और नहीं इस तरह के नियम के लिए डिस्प्ले किया जा रहा है। आलम यह है कि अब मेडिकल संस्थानों में भी लापरवाही बढ़ गया है। खासकर सब्जी मंडियों में शारीरिक दूरी व मास्क लगाना लोगों के प्रतिदिन के रूटीन से खत्म हो गया है। ऐसे में हम कोरोना के तीसरी लहर को आमंत्रण दे रहे हैं।
नियमों के अनुसार किसी भी दुकान में ग्राहक के प्रवेश से पहले शरीर का टेंपरेचर व सेनिटाइजर का इस्तेमाल करना प्राथमिकता के आधार पर इसको पालन करना है। दुकानदारों के साथ ग्राहक भी इन सभी नियमों से पल्ला झाड़ लिया है। कोरोना के मरीजों की संख्या में वृद्धि दर्ज की जा रही है। उसके बाद भी हम बेपरवाह बनें है। मिठाई की दुकानों पर दुकानदार के द्वारा बिना ग्लब्स के ही मिठाई तैयार किया जा रहा है। इस तरह की दुकानों पर संक्रमण बढ़ने का खतरा ज्यादा रहता है। मार्केट में खाने पीने वाले जगहों पर दो गज की दूरी, मास्क व सैनिटाइजर की व्यवस्था नहीं की जा रही है। जो संक्रमण को बढ़ने में बड़ी लापरवाही की जा रही है। कोरोना की दूसरी लहर में ग्रामीण क्षेत्रों में मरीजों की संख्या देखने को मिला था। उसके बाद भी ऐसी लापरवाही बहुत खतरनाक साबित हो सकती है।