गैंडे के हमले से वनपाल घायल
बगहा। एक सप्ताह पूर्व नेपाल से बाढ़ में बहकर भारत आए गैंडे ने शनिवार की देर शाम में वनकर्मियों पर ह
बगहा। एक सप्ताह पूर्व नेपाल से बाढ़ में बहकर भारत आए गैंडे ने शनिवार की देर शाम में वनकर्मियों पर हमला कर दिया। गैंडे के हमले में वनपाल विजय कुमार पाठक घायल हो गए। जबकि गैंडे ने एक अन्य वनकर्मी की साइकिल को क्षतिग्रस्त कर दिया। जख्मी वनपाल को उपचार के लिए स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। गैंडे के उग्र रुप को देखकर उसकी सुरक्षा में तैनात कर्मी भाग गए हैं। फिलवक्त गैंडा चुलभट्ठा के जंगल में विचरण कर रहा है। बताया जाता है कि वरीय अधिकारियों के आदेश पर बाढ़ में बह कर आए मेहमान गैंडे की सुरक्षा को लेकर उसकी गतिविधि पर नजर रखने के लिए वनपाल विजय कुमार पाठक के नेतृत्व में पांच वनकर्मियों को तैनात किया गया था। दो दिन से गैंडे का कोई लोकेशन नहीं मिल रहा था। इस वजह से वनकर्मी उसकी गतिविधि की जानकारी जुटाने में लगे थे। तभी वाल्मीकि टाईगर रिजर्व के कक्ष संख्या 30 चुलभट्ठा जंगल में गैंडे का पगमार्क दिखा। उस आधार पर वनकर्मी आगे निकल रही थे कि अचानक गैंडे ने हमला कर दिया। वनपाल को हाथ व पीठ में गंभीर चोट आई है। वाल्मीकि नगर के रेंजर अजय शंकर सिन्हा ने बताया कि घायल वनपाल विजय कुमार पाठक व वनकर्मियों की टीम पर अचानक गैंडे ने हमला बोला तो वे लोग भागने लगे। भागने के क्रम में वनपाल घायल हो गए। गैंडे की गतिविधि पर नजर रखी जा रही है। बता दें कि 10 अगस्त को नेपाल में आई बाढ़ में चितवन नेशनल पार्क से बह कर एक गैंडा वीटीआर में आ गया। उसे पहली बार गंडक नदी में देखा गया था। उसके बाद गैंडा चुलभट्ठा के जंगल में डेरा जमा लिया था। वन विभाग की ओर से इस मेहमान की सुरक्षा को लेकर वनकर्मियों को तैनात किया गया था।