मतदाता ही लोकतंत्र की बुनियाद : डीएम
जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने कहा कि लोकतंत्र की मजबूती के लिए जागरूक मतदाता का होना आवश्यक है।
बेतिया। जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने कहा कि लोकतंत्र की मजबूती के लिए जागरूक मतदाता का होना आवश्यक है। भारत में लोकतांत्रिक व्यवस्था है और लोकतांत्रिक व्यवस्था में जनता के पास अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता है। इसलिए 18 वर्ष एवं उससे उपर के सभी स्त्री,पुरूषों को मतदाता सूची में अपना-अपना नाम अवश्य दर्ज करानी चाहिए। उन्होंने कहा कि किसी भी मतदान में भाग लेने के लिए मतदाता सूची में नाम दर्ज होना पहली शर्त है। मतदाता सूची में नाम दर्ज कराने के लिए विभिन्न स्तर पर जागरूकता कार्यक्रम चलाया जा रहा है। भारत निर्वाचन आयोग द्वारा इसी उद्येश्य से प्रत्येक वर्ष 25 जनवरी को राष्ट्रीय मतदाता दिवस समारोह का आयोजन किया जाता है। वे समाहरणालय सभाकक्ष में आयोजित राष्ट्रीय मतदाता दिवस समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र,गणतंत्र में वास्तविक शक्ति जनता के पास है। जनता के वोट से देश एवं राज्य में सरकारें बनती हैं। हमारे यहां हर व्यस्क नागरिक को वोटर बनने का अधिकार है। हम मतदान के द्वारा ही जनप्रतिनिधियों का चुनाव करते हैं जो बहुमत के आधार पर सरकार बनाते हैं। उन्होंने कहा कि पुरूषों की अपेक्षा महिला मतदाताओं का निबंधन कम है। पश्चिम चम्पारण में प्रत्येक 1000 पुरूष मतदाता पर मात्र 854 महिला मतदाता निबंधित है। इससे यह स्पष्ट होता है कि महिला सदस्यों के निबंधन के प्रति परिवार में सोच सही नहीं रहने के चलते महिलाओं के अधिकारों का हनन हो रहा है। उन्होंने कहा कि 18 वर्ष एवं उससे उपर के सभी महिलाओं का मतदाता सूची में नाम अवश्य दर्ज कराई जाय। उन्होंने कहा कि मतदाता सूची में नाम निबंधन कराना अत्यंत आसान है। इसके लिए पर्याप्त संख्या में बीएलओ की प्रतिनियुक्ति कर दी गयी है। राष्ट्रीय मतदाता दिवस समारोह का आयोजन समाहरणालय सभाकक्ष में किया गया। इस अवसर पर मुख्य निर्वाचन आयुक्त्त के वीडियो संदेश को प्रोजेक्टर पर दिखाया गया। इसके उपरांत जिला निर्वाचन पदाधिकारी डा. देवरे द्वारा उपस्थित सभी लोगों को शपथ दिलाई गई।