वोट के लिए जातिवाद का जहर बोते रहे प्रत्याशी, समस्याएं बरकरार
वाल्मीकिनगर संसदीय क्षेत्र में चुनावी फीवर बढ़ता जा रहा है। गांव के चौपाल से लेकर ट्रेन और बसों में यात्रा कर रहे यात्रियों की चर्चा का केंद्र चुनावी चुनौती है।
बगहा । वाल्मीकिनगर संसदीय क्षेत्र में चुनावी फीवर बढ़ता जा रहा है। गांव के चौपाल से लेकर ट्रेन और बसों में यात्रा कर रहे यात्रियों की चर्चा का केंद्र चुनावी चुनौती है। इस संसदीय क्षेत्र से एनडीए और महागठबंधन ने अपने-अपने प्रत्याशी की घोषणा कर दी है। फैसले का मौका फिर से जनता के हाथ में है कि किसके सिर ताज होगा। अगले पांच वर्षो तक कौन बनेगा जनता की आवाज। इलेक्शन ट्रेवल अब रामनगर के अस्थाई बस स्टैंड से खुलने ही वाली है। सुबह का वक्त है, लेकिन बस का माहौल पूरी तरह से गर्म हो चुका है। चुनावी चर्चा छिड़ी है, हम सिर्फ सुनेंगे। जनता का मूड जो भांपना है..। रामनगर से गौरव वर्मा की रिपोर्ट।
सुबह के 9:15 बजे त्रिवेणी नहर पर स्थित अस्थाई स्टैंड से नरकटियागंज के लिए बस खुल चुकी है। बस के खुलते ही चुनावी बहस शुरू हो जाती है। दिउलिया गांव के रहने वाले संतोष कुमार कहते हैं कि भाई कुछ भी हो पर गांव से शहर तक में बदलाव नजर आता है। तभी सिगड़ी बहुअरी निवासी जितेंद्र पाल कहते हैं कि विकास भले ही दिखाई दे रहा है पर अपने क्षेत्र के किसानों की समस्याएं कम होने की बजाय बढ़ती ही जा रही हैं। इसी बीच तकिया गांव निवासी उपेन्द्र पांडेय भी चुनावी चर्चा में कूद पड़ते हैं। कहते हैं कि किसान सम्मान निधि योजना का सीधा लाभ किसानों को ही मिल रहा है। चमुआ निवासी हरिवंश पड़ित कहते हैं कि जातिवाद का जहर फैलाकर वोट लेना उचित नहीं है। विकास के नाम पर ही वोट लेना और देना ठीक रहेगा। मेरी तो यही राय है कि भ्रम फैलाकर वोट मांगने वालों से दूर ही रहना चाहिए। चमुआ में बस रुकती है। लोग चढ़ते उतरते है पर चर्चा जारी रहती है। बभनी निवासी मुकुंद कुशवाहा कहते हैं कि गांव-गांव बिजली पहुंच गई। 24 घंटे में 22 घंटे तक सप्लाई मिल रही है, यही बहुत है। तभी पास के बैठे लंगड़ा गांव के युवक फरजान अहमद ने कहा कि सरकार ने सर्जिकल स्ट्राइक कर यह बता दिया कि भारत किसी से कमजोर नहीं है। जो हमारे देश की सेना के मनोबल को बढ़ाने वाला है। साथ ही दूसरे देश ने इसका लोहा माना है। तभी सबकी बातें सुन रही जो रामनगर के नरैनापुर निवासी सुनैना देवी कहती हैं कि प्रधानमंत्री उज्जवला योजना का लाभ गरीबों को मिला है। रसोई गैस चूल्हा आया तो अब धुएं से राहत मिल गई। बस चानकी से निकलकर बिनवलिया के पास पहुंच चुकी है। टीपी वर्मा कॉलेज के लिए निकली उहमी कंपाउंड निवासी छात्रा निकिता कुमारी कहती है कि सरकार ने नारी शिक्षा के लिए विशेष प्रयास किए हैं। हमें छात्रवृत्ति मिल रही है। पर, उच्च शिक्षा के लिए दूसरे शहर में जाने का झंझट अभी दूर नहीं हुआ है। तभी तौलाहा के मंकेश्वर साह ने कहा कि अभी सरकार महिलाओं की सुरक्षा पर भी खड़ी नहीं उतरती है। इतने में पास में खड़े एक सज्जन राजीव जायसवाल जो नरकटियागंज के निवासी हैं, कहते है कि भईया एक साथ सभी गांवों का विकास संभव नहीं है। पर हमें मतदान करने से पहले नेताओं को देखना जरूरी है। सामाजिक कुरीतियों से उपर उठकर विकास को ही मुद्दा बनाया जाना चाहिए। अपने वोट की अहमियत हर मतदाताओं को समझनी होगी। इसी बीच बस हरदिया चौक पहुंच गई। सभी अपने अपने गंतव्य की राह पकड़ लेते है। नारी शिक्षा से लेकर किसानों की समस्याओं पर चर्चा :-
इलेक्शन ट्रेवल अपने गंतव्य तक पहुंची और सभी यात्री उतर गए। चर्चा के दौरान नारी शिक्षा से लेकर किसानों की समस्याओं पर लोगों ने अपनी भड़ास निकाली। कई यात्रियों ने सरकार की सराहना की और विकास योजनाओं की वर्तमान गति पर संतोष व्यक्त किया। लेकिन, कईयों का मानना है कि जबतक रोजगार की व्यवस्था नहीं होती व किसानों की फसल का उचित मूल्य नहीं मिलता, समस्याएं बरकरार रहेंगी।