देशहित में जो काम करेगा, उसी के सिर पर ताज सजेगा
वाल्मीकिनगर लोकसभा क्षेत्र से चुनावी मैदान में सभी पार्टियों के उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है।
बगहा । वाल्मीकिनगर लोकसभा क्षेत्र से चुनावी मैदान में सभी पार्टियों के उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। अभी नामांकन का दौर भी आरंभ हो चुका है। सभी पार्टियां अपने-अपने ढंग से मतदाताओं को रिझाने में जुटी हैं। जबकि मतदाता अभी खामोश हैं। कोई देश की सुरक्षा को लेकर अडिग हैं तो कोई क्षेत्र के विकास को तरजीह देने की बात करता है।
जनता बखूबी समझ रही है फर्क सुबह के 10 बज रहे हैं। हरनाटांड़ बाजार स्थित ग्रामीण बैंक के समीप एक बस लगी हुई है। जो हरनाटांड़ से बगहा के लिए चलने को तैयार थी। बस के नीचे कंडक्टर सवारियों के इंतजार में है। हालांकि, बस खुलने में अभी थोड़ा समय बाकी है। लेकिन, बस में करीब दर्जनभर यात्री अपनी- अपनी सीट पर जमे हुए हैं। चुनावी चर्चा आरंभ है। सभी अपने-अपने मन की भड़ास निकाल रहे हैं। स्थानीय मुद्दों से होते हुए धीरे-धीरे चर्चा पीएम बनाम विपक्ष पर आ जाती है। इस बीच मनोज कुमार कहते हैं कि भाई कुछ भी हो इस बार भी देश जीतेगा और एक बार फिर मजबूत सरकार बनेगी। एक व्यक्ति को हराने के लिए पूरा विपक्ष एकजुट है, लेकिन उनके मंसूबों पर पानी फिर जाएगा। देश की जनता अब जग चुकी है। अच्छे और बुरे का फर्क बखूबी समझ रही है। जो देशहित में काम करेगा, उसी के माथे पर ताज सजेगा। वहीं सरकार द्वारा घर-घर सरकारी लाभ पहुंचाया जा रहा है, जो काबिलेतारीफ है। इतने में उनकी बात को काटते हुए सत्तार बंजारा कहते हैं कि भाई सरकार किसी की बने, लेकिन हमारा प्रत्याशी तो सही होना चाहिए। किसी समस्या का समाधान कराने के लिए हमें अपने सांसद के पास ही जाना होगा न कि प्रधानमंत्री के पास। ऐसे में मेरे ख्याल में सांसद ऐसा चुना जाए, जो लोकल हो और क्षेत्र में हमेशा लोगों के संपर्क में रहता हो।
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थरुहट क्षेत्र में खुले डिग्री कॉलेज हरनाटांड़ के महदेवा निवासी किसान जनार्दन प्रसाद कहते हैं कि हरनाटांड़ हर चुनाव में नेताओं का गढ़ बना रहता है। लेकिन, यहां उच्च शिक्षा के मामले में किसी ने नहीं सुनी। आज भी हमारे यहां उच्च शिक्षा के लिए कोई भी केंद्र नहीं है। जिसकी वजह से हमारे क्षेत्र के बच्चे उच्च शिक्षा के लिए तरसते हैं। सामर्थ्यवान लोग तो जैसे-तैसे बाहर भेजकर अपने बच्चों को उच्च शिक्षा दिला देते हैं, लेकिन हम जैसे गरीब व निचले तबके के लोग अपने बच्चों को धन के अभाव में उच्च शिक्षा प्राप्त नहीं करा पाते। खर्च ज्यादा होने के कारण बाहर भेजने में कठिनाई होती है। इनके सुर में सुर मिलाते हुए हरनाटांड़ के सुरेंद्र चौधरी कहते हैं कि भैया आप बिलकुल सही कह रहे हैं। अगर हमारे क्षेत्र में भी डिग्री कॉलेज की स्थापना हो जाती तो हमारे यहां के बच्चे घर पर ही उच्च शिक्षा प्राप्त कर लेते।
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स्थानीय मुद्दों को कर दिया दरकिनार
हरनाटांड़ के युवा बब्लू कुमार का मानना है कि हमारा नेता ऐसा होना चाहिए, जिसके पास से युवाओं को रोजगार दिलाने का रोड मैप हो। आज युवा रोजगार के लिए भटक रहे हैं। लेकिन, हमारे क्षेत्र में कोई रोजगार ही नहीं हैं। नेता तो केवल चुनाव के समय आते हैं और विकास की डुगडुगी पीट कर चले जाते हैं। परंतु, पांच साल में क्या विकास हुआ है यह तो उन्हें भी पता नहीं होता है। हालांकि, स्थानीय मुद्दों को दरकिनार कर दिया जाए तो बीते पांच वर्षों में केंद्र सरकार ने विकास का पैमाना प्रस्तुत किया है । पटना और गोरखपुर जाने में होती है परेशानी : हरनाटांड़ के व्यवसायी विजय कुमार साह कहते हैं कि चुनाव जनसमस्याओं पर होना चाहिए। इस समय सबसे बड़ी समस्या यह है कि अगर हम ट्रेन से पटना या गोरखपुर जाने की सोच रहे हैं तो हमारी यात्रा कभी पूरी नहीं हो सकती। इस यात्रा में काफी परेशानियां झेलनी पड़ती है। बगहा से कोई भी ऐसी ट्रेन नहीं है जो सीधे राजधानी पटना को जोड़ सके। व्यवसाय के दृष्टिकोण से हम लोगों को अक्सर आना-जाना पड़ता है। लेकिन, आने-जाने का साधन बेहतर नहीं होने से काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है।