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पीएचसी में नहीं हो रही आरटीपीसीआर जांच, एंटीजन पर लोगों को भरोसा नहीं

बगहा। ग्रामीण क्षेत्र के लोगों के कोरोना की चपेट में आने का सिलसिला जारी रहने के बावजूद जा

By JagranEdited By: Published: Sat, 15 May 2021 12:01 AM (IST)Updated: Sat, 15 May 2021 12:01 AM (IST)
पीएचसी में नहीं हो रही आरटीपीसीआर जांच, एंटीजन पर लोगों को भरोसा नहीं
पीएचसी में नहीं हो रही आरटीपीसीआर जांच, एंटीजन पर लोगों को भरोसा नहीं

बगहा। ग्रामीण क्षेत्र के लोगों के कोरोना की चपेट में आने का सिलसिला जारी रहने के बावजूद जांच का दायरा सिमटा हुआ है। प्रखंड के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हरनाटांड़ में सिर्फ एंटीजन कोरोना जांच ही हो रही है। पीएचसी में अभी तक आरटीपीसीआर जांच शुरू नहीं हो सकी है। जबकि यहां आए दिन दर्जनों की संख्या में लोग कोरोना आरटीपीसीआर जांच को पहुंच रहे हैं। जबकि मुख्यमंत्री ने ये कहा है कि सूबे के ग्रामीण इलाकों में भी आरटीपीसीआर जांच कराई जाएगी। यहां कोविड जांच को पहुंच रहे लोगों का भी मानना है कि कोरोना को लेकर किए जा रहे रैपिड एंटीजन टेस्ट रिपोर्ट सौ फीसद विश्वसनीय नहीं है। क्षेत्र में आए दिन कोरोना संदिग्ध व्यक्तियों के रैपिड एंटीजन टेस्ट किए जा रहे हैं। चिकित्सकों की मानें तो रैपिड एंटीजन की रिपोर्ट पर सौ फीसद विश्वास नहीं किया जा सकता है। एंटीजन की रिपोर्ट तुरंत, सत्यता सवालों के घेरे में : हरनाटांड़ स्थित शारदा हॉस्पिटल के चिकित्सक डॉ. उमेश कुमार गुप्ता बताते हैं कि मरीज कोरोना संक्रमित है या नहीं इसका पता सामान्यत: दो तरह की रिपोर्ट से लगता है। पहला एंटीजन टेस्ट और दूसरा आरटीपीसीआर। एंटीजन की रिपोर्ट तुरंत आती है। लेकिन उसकी सत्यता सवालों के घेरे में रही है। आरटीपीसीआर जांच की रिपोर्ट काफी विश्वसनीय है। लेकिन ग्रामीण इलाकों में ये जांच कम हो रही है। जिससे परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। चिकित्सक डॉ. गुप्ता बताते हैं कि मेरे पास कई ऐसे मरीज आते हैं जो बुखार, सर्दी, खांसी व जुकाम आदि से पीड़ित होते हैं और उनकी रिपोर्ट रैपिड एंटीजन टेस्ट में निगेटिव आई है। जब उनका एक्सरे कराकर आरटीपीसीआर टेस्ट कराया गया तो वे पॉजिटिव आए हैं। जबकि कई ऐसे मरीज भी शामिल हैं। जिनका एंटीजन टेस्ट में पॉजिटिव आता है लेकिन आरटीपीसीआर में निगेटिव आता है। पीएचसी में होनी चाहिए आरटीपीसीआर जांच : हरनाटांड़ पीएचसी में कोविड जांच कराने पहुंचे गरकट्टी निवासी हेमराज पटवारी बताते हैं कि एंटीजन टेस्ट पर भरोसा नहीं रहता है, जबकि आरटीपीसीआर जांच में बिल्कुल सही रिपोर्ट आती है। इसलिए हमलोग चाहते हैं कि आरटीपीसीआर जांच ही हो। वहीं हरनाटांड़ निवासी राजेश कुमार बताते हैं कि हरनाटांड़ पीएचसी में आरटीपीसीआर जांच नहीं कर केवल एंटीजन जांच की जा रही है। जबकि आरटीपीसीआर के लिए बगहा भेजा जाता है। लेकिन जब सूबे में पूर्ण लॉकडाउन लागू है ऐसे में वाहन भी नहीं चल रहे हैं तो फिर ग्रामीण क्षेत्र के लोग बगहा कैसे जाएंगे। पीएचसी के तरफ से इसकी सुविधा बहाल कराई जानी चाहिए। वहीं चिउटाहां निवासी रामलाल उरांव बताते हैं कि मैंने अपने पिता जी की एंटीजन कोरोना जांच कराई थी। जिसमें रिपोर्ट निगेटिव आई और सामान्य दवा लेकर घर पर रह गए। लेकिन स्थिति बिगड़ने लगी तब हमने एक गोरखपुर के निजी लैब में जांच कराई। जिसमें रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। शुक्र है कि हमने सही समय पर ये कदम उठाया और आश्चर्य की बात तो यह है कि एंटीजन जांच रिपोर्ट निगेटिव में आयी है। बयान : पीएचसी हरनाटांड़ में सिर्फ कोरोना एंटीजन जांच ही होती है। आरटीपीसीआर जांच के लिए यहां सुविधा उपलब्ध नहीं कराई गई है। इसके लिए हम मरीजों को शहरी पीएचसी बगहा भेजते हैं।

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सुधीर कुमार, लैब टेक्नीशियन

पीएचसी हरनाटांड़


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