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धूप के तेवर तल्ख, हांफ रहे स्कूली बच्चे

अप्रैल माह शुरू होने के बावजूद अब तक प्राइमरी व मिडिल स्कूलों में सुबह 10 बजे से चार बजे तक कक्षाओं का संचालन किया जा रहा है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 17 Apr 2019 12:09 AM (IST)Updated: Wed, 17 Apr 2019 12:09 AM (IST)
धूप के तेवर तल्ख, हांफ रहे स्कूली बच्चे

बगहा । अप्रैल माह शुरू होने के बावजूद अब तक प्राइमरी व मिडिल स्कूलों में सुबह 10 बजे से चार बजे तक कक्षाओं का संचालन किया जा रहा है। चिलचिलाती धूप और भीषण गर्मी में स्कूल जा रहे बच्चों की तबीयत बिगड़ने लगी है। मंगलवार को कई स्कूलों में बच्चे चक्कर खाकर गिर गए। इन्हें लू लगने के कारण उल्टी भी हुई। बता दें कि विगत एक सप्ताह से गर्मी व प्रचंड धूप में सबसे ज्यादा परेशान बच्चे हैं। स्कूलों के मार्निग नहीं होने से बच्चे उस समय घर लौटते हैं, जब तेज धूप बदन को झुलसा रही होती है। ऐसे में जब बच्चे पसीने से लथपथ होकर घर पहुंचते हैं, तो उनकी हालत देख अभिभावकों को रोना आ जाता है। स्कूलों में बच्चों की कम उपस्थिति देख शिक्षकों के हाथ - पांव फूल रहे हैं। उन्हें इस बात का भय है कि अगर इस समय कोई अधिकारी स्कूल का निरीक्षण करने के लिए आ गए तो बच्चों की कम संख्या देख नाराज हो जाएंगे। ऐसे में शिक्षक अभिभावकों के पास जाकर निवेदन कर रहे हैं कि बच्चों को स्कूल भेजिए। लेकिन, अभिभावकों को अपने बच्चों की सेहत की चिता हैं। वे साफ तौर कह रहे हैं, पहले स्कूल मार्निग कीजिए, फिर बच्चे जाएंगे। शिक्षकों के पास इसका कोई जवाब नहीं है। चूंकि जिला प्रशासन द्वारा अब तक स्कूलों का समय प्रात:कालीन नहीं किया गया है। जबकि अप्रैल में ही विद्यालय प्रात:कालीन हो जाते थे। अभिभावक डीएम का ध्यान इस ओर दिलाते हुए आग्रह कर रहे हैं कि बच्चों के हित में स्कूलों को प्रात:कालीन किया जाए।

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- स्कूल मार्निग नहीं किए जाने से छात्र और अभिभावकों में आक्रोश

- कक्षा को मार्निग शिफ्ट में सुबह 6.30 बजे से संचालित करने की मांग

- तापमान में अचानक वृद्धि से स्कूल आ रहे छात्रों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल असर

- स्कूलों में छात्रों की कम उपस्थिति देख शिक्षकों की बढ़ी परेशानी

- कई स्कूलों में नहीं हैं पंखे और पीने के लिए पानी की भी व्यवस्था जब तक मार्निग नहीं हो रहा स्कूल तब तक ये करें छात्र

-- बोतल में नमक-चीनी, पानी व नींबू का घोल लेकर स्कूल निकलें

-- धूप में छाता खोलकर या सूती का गमछा ओढ़ कर स्कूल जाएं

-- घर से ढेर सारा पानी पीकर निकलें, जरूरत हो तो अपने साथ पानी की बोतल रखें

-- भूखे पेट लू लगने की संभावना अधिक रहती है। घर से भरपेट खाकर निकलें

-- शिक्षक अपने स्कूलों में इलेक्ट्रल पाउडर और फ‌र्स्ट एड बॉक्स जरूर रखें गर्मी व धूप अधिक है। इस मौसम में कक्षा मार्निग किया जाना आवश्यक है। अभिभावक भी बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखकर स्कूल नहीं भेज रहे हैं। इस दिशा में वरीय अधिकारियों से बात की जा रही है।

-- सुभाष बैठा, बीईओ, बगहा दो


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