मेरा और उनका वोटर बताने वाले को नहीं देंगे मौका
बेतिया। विधानसभा चुनाव को लेकर चौक-चौराहे पर प्रत्याशियों का मूल्यांकन शुरू है। कोई शिक्षि्
बेतिया। विधानसभा चुनाव को लेकर चौक-चौराहे पर प्रत्याशियों का मूल्यांकन शुरू है। कोई शिक्षित तो कोई भ्रष्टाचार के विरुद्ध लड़ने वाली प्रत्याशी की जरुरत बता रहा। नगर के आजाद चौक पर एक प्रतिष्ठान में चुनावी चौपाल का आयोजन हुआ, जिसमें मतदाताओं ने अपने अपने विचार रखें। इस कार्यक्रम में व्यवसाई और बुद्धिजीवी दोनों शामिल हुए। इनमें जीतने के बाद प्रतिनिधियों द्वारा मेरा वोटर और उनका वोटर बता कर भेदभाव नहीं करने और सभी वर्ग खासकर युवा के उत्थान के लिए काम करने वाले प्रतिनिधियों को मतदाताओं ने प्रमुखता दी। शिव कुमार सिंह का कहना है कि ऐसे उम्मीदवार को अपना मत देंगे, जो विकास करे। जनता के दुख दर्द को अपना समझे। शैलेश मिश्रा का कहना है कि शिक्षित और क्षेत्र में समय देने वाले जनप्रतिनिधि की जरूरत है। नहीं तो बहुत ऐसे उम्मीदवार है जो जीतने के बाद जल्द दिखते ही नहीं है। पढ़े-लिखे उम्मीदवार को प्रतिनिधि चुनेंगे । आदित्य कुमार का कहना है कि इस क्षेत्र का विकास अधूरा है। विकास करने वाले जनप्रतिनिधि की जरूरत है। ऐसा नहीं जो जीत कर अपने विकास में लग जाए। इस तरह का उम्मीदवार पसंद नहीं। राम कुमार का कहना है कि यह विधानसभा बहुत दिनों से सुरक्षित रहा है। कुछ दिनों से सामान्य हुआ है। फिर भी क्षेत्र में कई समस्याएं बनी हुई है। अनुमंडल होते हुए भी यहां उस लायक सुविधा नहीं है और किसी जनप्रतिनिधि ने उस पर ध्यान नहीं दिया। नितेश कुमार का कहना है कि जनता से सीधे जुड़े रहने वाले उम्मीदवार को जनता चाहती है। मेरा वोटर उनका वोटर कह कर भेदभाव करने वाले प्रत्याशियों को चिन्हित करने का समय है ताकि सही प्रत्याशी का चयन किया जा सके । संजय सिंह का कहना है कि शिक्षित उम्मीदवार चाहिए जो हमारे क्षेत्र का विकास कर सके। भ्रष्टाचार के विरुद्ध संघर्ष करने वाले प्रतिनिधि की जरूरत है। अभिषेक सिंह का कहना है कि सभी वर्गों को एक साथ मिला जुला कर रखने वाले उम्मीदवारों की जरूरत है। जो भेदभाव नहीं करे और सभी को साथ लेकर चले।