भूखों को खाना खिला रहे हैं शहर के युवा
लॉकडाउन में पूरे शहर में सन्नाटा पसरा है। शहर की सारी गतिविधियां ठप हैं। कल कारखाने और दुकानें बंद हैं। लॉकडाउन ने निम्न और मजदूर वर्ग के लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। कई लोगों को भोजन के भी लाले पड़ गए हैं। ऐसे में शहर में एक नया तबका उभर कर सामने आया है।
बेतिया । लॉकडाउन में पूरे शहर में सन्नाटा पसरा है। शहर की सारी गतिविधियां ठप हैं। कल कारखाने और दुकानें बंद हैं। लॉकडाउन ने निम्न और मजदूर वर्ग के लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। कई लोगों को भोजन के भी लाले पड़ गए हैं। ऐसे में शहर में एक नया तबका उभर कर सामने आया है। यह तबका युवाओं का है। शहर के युवाओं की करीब आधे दर्जन टोली गरीब, निर्धन और असहाय को ढूंढ ढूंढ कर भोजन करा रही है। भाजयुमो के पूर्व जिलाध्यक्ष सह व्यवसाई संघ के अध्यक्ष कुमार गौरव उर्फ रिकी गुप्ता करीब 10 दिनों से अपने खर्च से असहाय और जरूरतमंदों को भोजन करा रहे हैं। पूर्व जिलाध्यक्ष के नेतृत्व में युवाओं की टोली इनके आवास पर भोजन बनाती है। इस दौरान सोशल डिस्टेंसिग और स्वच्छता का पूरा पालन किया जाता है। भोजन तैयार होने पर इसे पैकेट में पैक कर सभी वाहन पर लेकर भूखों और असहायोंअकी खोज में शहर में निकलते है। शहर के विभिन्न जगहों पर रिक्शा तांगा, टेंपो चालकों, भीख मांग कर पेट पालने वालों के बीच भोजन का पैकेट वितरित किया जाता है। एमजेके कॉलेज के छात्र संघ के अध्यक्ष रोहित मिश्र, समाजसेवी मनीष कश्यप, छात्र नेता अभिमन्यु राव, धनरंजन, बजरंग और विहिप से जुड़े युवक भी गरीबों के निवाले का व्यवस्था कर रहे हैं। युवाओं की यह टोली हाथ में भोजन का पैकेट लेकर शहर में भ्रमण करते दिन भर देखी जा रही है। लॉक डाउन में लोगों की मदद के लिए ये युवा दिन रात एक किए हुए हैं। जो जरूरतमंदों के लिए मसीहा के रूप में सामने आए है।