सौ दिनों की बंदी ने झकझोरा तो उपहार के ट्रिक से फिर ग्राहकों को जोड़ा
बेतिया। लंबे समय के लॉकडाउन और बाजार की बंदी ने कपड़े के व्यवसाय को काफी नुकसान पहुं
बेतिया। लंबे समय के लॉकडाउन और बाजार की बंदी ने कपड़े के व्यवसाय को काफी नुकसान पहुंचाया। लॉकडाउन ने कपड़ा के कई व्यवसायियों की कमर तोड़ दी। लॉकडाउन हटने और बाजार खुलने के बाद कपड़ा व्यवसायी फिर से अपने व्यवसाय को आयाम देने में लगे है। अभी भी कइयों का कहना है कि बाजार में काफी मंदी है। अनलॉक होते हीं चुनाव की गहमागहमी आरंभ हो गई है। वाहनों की चेकिग इस कदर हो रही है कि गांव - देहात से ग्राहक शहर में नहीं आ रहे हैं। इसके अतिरिक्त एक बड़ी समस्या व्यापारियों के लिए इसबार दुर्गा पूजा पर कोरोना का गाइडलाइन है। पूजा नहीं होगी, पंडाल नहीं लगेंगे। ऐसे हालात में व्यापार को उबारने के लिए दृढ़ इच्छाशक्ति की जरूरत है। साथ में व्यापार की दूरदर्शी सोच भी होनी चाहिए। जनता सिनेमा चौक के प्रसिद्ध कपड़ा व्यवसायी विमल प्रतिष्ठान के मालिक उत्तम मोटानी ने नया ट्रिक अपना एक नजीर पेश किया है। उन्होंने न सिर्फ ग्राहकों को जोड़ा है वरन व्यवसाय को भी एक नई ऊंचाई दी है। आज उनकी दुकान में ग्राहकों की भीड़ है। लॉकडाउन की बात बुरे सपने की तरह खत्म हो चुकी है। वे बताते हैं कि मार्च से अगस्त तक 100 दिन से ज्यादा अवधि तक प्रतिष्ठान बंद रही। अन्य व्यवसायियों की तरह उनका भी व्यवसाय प्रभावित हुआ। बावजूद प्रतिष्ठान के सभी कर्मियों को अपनी जेब से भुगतान किया। लेकिन व्यवसाय अब पूरे गति पर आ गया है। दुकान में भीड़ लगने के कारण अतिरिक्त कर्मियों को भी रखना पड़ रहा है।
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खरीदारी पर ऑफर का ट्रिक
उत्तम मोटानी का कहना है कि लॉकडाउन हटने के बाद भी ग्राहकों की संख्या कम थी। तब हर खरीदारी पर ऑफर का ऐलान किया। अपने दोस्तों, परिचितों और रेगुलर खरीदारों को फोन और सोशल मीडिया के माध्यम से ऑफर से अवगत कराया। ग्राहकों से नियमित संपर्क में रहे। उनका हालचाल और जरूरतें पूछते रहे। वे बताते हैं कि इसका काफी असर हुआ। ग्राहकों से भावनात्मक संपर्क बढ़ा। नए नए ग्राहक भी जुड़ें। जिससे व्यवसाय एक बार फिर चल पड़ा है।
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कोविड-19 से बचने का मुकम्मल प्रबंध
प्रतिष्ठान में कोविड-19 से बचने का मुकम्मल प्रबंध किया है। नियमित सफाई के अलावा प्रतिष्ठान के मुख्य दरवाजे पर ही सैनिटाइजर मशीन लगाई है। प्रतिष्ठान में प्रवेश करने से पहले ग्राहकों के शरीर की टेंपरेचर की जांच की जाती है। श्री मोटानी का कहना है कि खरीददारी करने आने वालों के स्वास्थ्य की चिता उनकी जिम्मेवारी है। ग्राहकों को हर खतरे से बचाना है।
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कोट--
लॉकडाउन में लंबे अरसे की बंदी से व्यवसाय काफी प्रभावित हुआ था। बंदी और बंदी के बाद ग्राहकों के लगातार संपर्क में रहने का काफी लाभ मिला है। खरीदारों की सुविधा का ध्यान रखा गया है। लोगों को इससे अवगत भी कराया गया है। जिससे ग्राहकों की संख्या काफी बढ़ी है। लॉक डाउन की बात काफी पीछे छूट गई है।
उत्त्म मोटानी, जनता सिनेमा चौक, बेतिया