Move to Jagran APP

चुहड़ी के छात्रों ने जगाई जिले में स्वच्छता की अलख

उप विकास आयुक्त रविन्द्र नाथ प्रसाद ¨सह ने कहा कि लोग सोच बदलें और शौचालय का प्रयोग करें।

By JagranEdited By: Published: Tue, 18 Sep 2018 10:47 PM (IST)Updated: Tue, 18 Sep 2018 10:47 PM (IST)
चुहड़ी के छात्रों ने जगाई जिले में स्वच्छता की अलख
चुहड़ी के छात्रों ने जगाई जिले में स्वच्छता की अलख

बेतिया। उप विकास आयुक्त रविन्द्र नाथ प्रसाद ¨सह ने कहा कि लोग सोच बदलें और शौचालय का प्रयोग करें। इससे बीमारी दूर भागेगी और हमारे क्षेत्र के साथ-साथ देश भी स्वस्थ होगा। शौचालय का निर्माण ही स्वच्छता की बुनियाद है। यह जितनी मजबूत होगी हमारा अभियान भी उतना ही मजबूत होगा। डीडीसी श्री ¨सह मंगलवार को चुहड़ी चौक पर स्वच्छता पर आयोजित मानव श्रृंखला के अवसर पर लोगों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि लोहिया स्वच्छ बिहार के तहत जिले में मिशन मर्यादा चलाया जा रहा है। इसे सफल कराना हम सबकी की जिम्मेवारी है। प्रशिक्षु आईएएस आरिफ अहसन ने छात्रों को स्वच्छता की बातें बताई। कहा कि गंदगी प्रत्येक व्यक्ति के लिए हानिकारक है। खुले में शौच से गंदगी होती है और इसी के कारण सबसे ज्यादा बीमारियां फैलती हैं। मौके पर राज्य साधनसेवी मेरी एडलीन ने कहा कि ह्यूमन चेन बनाने का एकमात्र उद्देश्य पश्चिम चंपारण जिले के लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करना है। आज के दिन हमें संकल्प लेना है कि जिले के हर घरों में शौचालय हो। लोग शौचालयों का उपयोग करें। वहीं चारों विद्यालय की स्वच्छता कार्यक्रम को देखकर अधिकारियों ने कहा चम्पारण के लिए यह प्रेरणादायी और अनुकरणीय कार्यक्रम है। हम सब निश्चित ही जल्द ही अपने जिले को खुले में शौच मुक्त बनाएंगे। इसके पूर्व

loksabha election banner

स्वच्छता पखवाडा के तहत जिला को स्वच्छ व सुंदर बनाने के लिए लोगों को जागरूक करने को लेकर मंगलवार को संत आग्नेस बालिका विद्यालय, लोयला बालक विद्यालय, संत लॉरेंस स्कूल , माउंट कार्मेल एकेडमी के छात्रों ने संयुक्त रूप से मानव श्रृंखला का निर्माण किया। चर्च से लेकर चूहड़ी चौक तक मानव श्रृंखला बनाई गई। जिसमें हजारों छात्र छात्राएं शामिल हुए। लगभग 2 किमी लंबी बनी मानव श्रृंखला में विभिन्न स्कूल के बच्चों में गजब उत्साह दिखाई दी। मानव श्रृंखला में बच्चों ने खुले में शौच मुक्त बनाने के लिए खूबसूरत झांकी प्रस्तुत की। बच्चे अपने हाथों में खुले शौच से मुक्ति के लिए पोस्टर-बैनर लेकर लोगों को स्वच्छता का संदेश दे रहे थे। मौके पर जिला स्वच्छ्ता समिति के सदस्य बद्री तिवारी, संत आग्नेस विद्यालय की प्रधानाध्यापिका सिस्टर अजिता, पूनम मिस ,वीणा मिस, लीना लुइस, सेलिन, शिखा, शशि मिस लोयला बालक विद्यालय के प्रधानाध्यापक फादर पाकिया राज, दोनों विद्यालय के सेकेट्री फादर तोवियास, अमर सर, डेनिस सर, लूसी मिस, संत लौरेंस स्कूल के प्रधानाध्यापक रोनाल्ड कुँअर ¨सह, माउंट कार्मेल के प्रधानाध्यापक रोबर्ट रिकार्डो, ¨प्रसी रोबर्ट आदि शामिल हुए।

इनसेट

रंगोली बना बच्चों ने दिया स्वच्छता का संदेश

फोटो 18बीईटी 31 से 33 तक

स्वच्छता पखवाड़े के अवसर पर संत आग्नेस बालिका विद्यालय और लोयला बालक विद्यालय में स्वच्छता रंगोली प्रतियोगिता, स्वच्छता के चित्रांकन प्रतियोगिता, स्वच्छता झांकी की प्रदर्शनी आयोजित की गई। प्रतियोगिता के माध्यम से लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक किया गया। मंगलवार को डीडीसी गांव चूहड़ी के संत आग्नेस बालिका विद्यालय पहुंचे।

वहां उन्होंने कहा कि बच्चे देश के भविष्य होते हैं।

कोई मां-बाप नहीं चाहेगा कि उसका भविष्य खराब हो। इसी को ध्यान में रखते हुए बच्चे गांव में चल रहे स्वच्छ भारत अभियान का हिस्सा बनकर इसकी शुरूआत अपने ही घर से करें। जिन बच्चों के घर में शौचालय नहीं है, वह अपने माता-पिता को इससे होने वाली बीमारियों, घटनाओं के बारे में बताएं। अपने घर में शौचालय अवश्य बनवाएं। अपने आसपास जिन लोगों के घर में शौचालय नहीं हैं, उन्हें भी इसकी खूबियों के बारे में बताकर शौचालय बनवाने के लिए प्रेरित करें।

उन्होंने कहा कि कुछ लोगों ने खुले में शौच करना अपनी आदत बना ली है, यह मानसिक बीमारी है, जो आगे चलकर गंभीर महामारी का रूप ले सकती है। अब समय आ गया है कि हम सब मिलकर इस कुप्रथा को जड़ से खत्म करें, ताकि बच्चों का भविष्य सलामत रहे।

वही प्रशिक्षु आईएएस अहसन

ने कहा कि सभी बच्चे अपने-अपने घरों में जाकर परिवार के सदस्यों को बताए। साथ ही घर में'इज्जत घर'(शौचालय) में जाने के लिए प्रेरित करें। कहा कि देखते हैं कि ग्रामीणों ने अच्छे दो-दो मंजिला मकान बनवाए हुए हैं, उनके पास ट्रैक्टर-ट्रॉली के साथ एंड्रॉयड फोन और जरूरत संबंधी हर सामान है, लेकिन उसी घर में से जब कोई शौच का डब्बा लेकर खेत के लिए निकलता है, तो बड़ी तकलीफ होती है। उन्होंने कहा कि घर के पुरुषों का दायित्व है कि वह महिलाओं के सम्मान को समझें और उन्हें इज्जत देने के लिए घर में बने शौचालय) में जाने को बोले । इसके बाद स्वच्छ्ता रंगोली प्रतियोगिता, स्वच्छ्ता हेतु चित्रांकन प्रतियोगिता, स्वच्छ्ता संबंधित झांकी की प्रदर्शनी को अधिकारियों के द्वारा देखा गया और बच्चों को बधाई दिया गया।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.