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पश्‍च‍िम चंपारण के बेलवा साठी नहर में पानी मिलने से किसानों ने ली राहत की सांस

इस बारे में क‍िसानों का कहना है क‍ि कई लोगों के खेत नहर से सटे हुए हैं। अब उनका पटवन करना संभव हो पा रहा है। बारिश नहीं होने के कारण खेतों में दरार थे। ऐसा लग रहा था कि हमलोग भुखमरी के शिकार हो जाएंगे।

By Sujit KumarEdited By: Ajit kumarPublished: Wed, 14 Sep 2022 02:41 AM (IST)Updated: Wed, 14 Sep 2022 02:42 AM (IST)
पश्‍च‍िम चंपारण के बेलवा साठी नहर में पानी मिलने से किसानों ने ली राहत की सांस
बेलवा, अमोलवा, पकड़ी ढाला, सिसवा, हरदिया, जयमंगलापुर आद‍ि में सिंचाई हो रही है। फोटो- जागरण

नरकटियागंज। बेलवा साठी नहर में पानी मिलने से उसके आसपास के गांव में खुशी है। करीब एक पखवाड़े से उनके धान को पानी मिल रहा है। हालाकि इस नहर से निकलने वाले पइन जगह जगह ध्वस्त होने से दूर के खेतों तक पानी नहीं पहुंच पा रहा। वैसे किसान सूखे के कारण परेशान हैं। जयमंगलापुर के किसान धरनीकांत मिश्र ने बताया कि नहर के आसपास वाले खेतों को लाभ पहुंच रहा है। आरंभ से नहर में पानी रहता तो फसलों की स्थिति और अच्छी होती।

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हरदी टेढ़ा के किसान विजय कुमार साह, हरदिया के मधुसूदन प्रसाद ने बताया कि नहर विभाग बधाई का पात्र हैं जिसने नहर में पानी को छोड़ा है। हम लोगों के खेत नहर से सटे हुए हैं। उनका पटवन हो रहा है। बारिश नहीं होने के कारण खेतों में दरार पड़ गए थे। ऐसा लग रहा था कि हम लोग भुखमरी के शिकार हो जाएंगे। लेकिन इसी बीच नहर में पानी आने से राहत मिली है। बता दें कि इस नहर के आसपास बेलवा, अमोलवा, पकड़ी ढाला, सिसवा, हरदिया, जयमंगलापुर, मठिया, धमिनाहा, साठी गांवों के क्षेत्र में सिंचाई हो रही है। जो नहर से सटे है। हालाकि प्रखंड के अन्य नहरों की हालत आज भी खराब है। कई जगह टूटे हुए हैं और उन में पानी नहीं मिल रहा है।


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