दुर्गम पहाड़ पर सजा मदार बाबा का दरबार
वाल्मीकिनगर सीमावर्ती नेपाल में लगने मदार मेले की तैयारी अंतिम चरण में है।
बगहा। वाल्मीकिनगर सीमावर्ती नेपाल में लगने मदार मेले की तैयारी अंतिम चरण में है। उद्घाटन से पहले ही मेला परिसर गुलजार होने लगा है । मजार शरीफ जाने वाले जायरीनो की लम्बी कतार लग रही है । मदार बाबा के दरबार में मत्था टेकने आने वाले जायरीन मेला परिसर में ही डेरा डाल रहे हैं। दुकानें सज गई हैं। मनोरंजन के साधनों के साथ-साथ यहां का बाजार भी लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं।
शनिवार से शुरू हो रहे मेला में विभिन्न स्थानों के प्रसिद्ध सामानों की दुकानें मेले का प्रमुख आकर्षण रहती हैं। बरेली का सुरमा, नेपाली, चाइनीज आइटम सहित दर्जनों अन्य उपयोगी सामानों की दुकानों पर जायरीन जमकर खरीदारी करते हैं। मेले में लगने वाली दुकानें पूरे मेला भर गुलजार रहता है । गौरतलब हो कि यह मजार कौमी एकता का प्रतीक है, जिससे सभी समुदाय के लोगों की आस्था जुड़ी हुई है। यहां जो भी मन्नत मांगी जाती है, वह पूरी होती है, ऐसा लोगों का मानना है। मदार शाह बाबा के सालाना उर्स के मौके पर उनकी मजार पर चादरपोशी करने वाले अकीदतमंदों की भीड़ देखी गई। देर रात तक लोग चादर व गुलपोशी करने यहां पहुंचे हैं । लोगों ने चादरपोशी व गुलपोशी करने के बाद बाबा की मजार पर पहुंच कर फातेहा पढ़ा। उर्स को लेकर मजार परिसर में सैकड़ों दुकानें लगी हैं। सबसे ज्यादा भीड़ चादर, शीरनी, अगरबत्ती, खाने-पीने, खिलौने व घरलू सामान की दुकानों में देखी गईं।