सुविधा व सम्मान से जीने लायक बनाती स्वच्छता : डीडीसी
स्वच्छता अभियान एक सराहनीय प्रयास है। स्वच्छ वातावरण ही मानव जीवन को सुविधाजनक और सम्मान से जीने लायक बनाता है।
बेतिया। स्वच्छता अभियान एक सराहनीय प्रयास है। स्वच्छ वातावरण ही मानव जीवन को सुविधाजनक और सम्मान से जीने लायक बनाता है। स्वच्छता शरीर को ही स्वस्थ नहीं रखती, सोच को भी बेहतर बनाती है। यदि हमारे आसपास साफ-सुथरा माहौल हो तो वहां सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ावा मिलता है और ऐसी ऊर्जा कार्य संस्कृति को बेहतर बनाती है। उक्त बातें डीडीसी र¨वद्र प्रसाद ¨सह चुहड़ी लोयला बालक स्कूल में स्वच्छता पर बच्चों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हमारे सभी सार्वजनिक स्थल स्वच्छ हों तो दुनिया में हम एक स्वच्छ देश के तौर पर जाने जाएंगे ।
सफाई किसी दिन विशेष ही नहीं, निरंतर बनाए रखने की प्रक्रिया है। सफाई में निरंतरता से गांव और शहर को स्वच्छ व स्वस्थ बनाया जा सकता है। हर व्यक्ति को दैनिक क्रियाओं में से कुछ समय अपने घर सहित इर्द-गिर्द की सफाई के लिए सुनिश्चित करना चाहिए। इसी से सफाई अभियान सफल हो सकता है।
स्वच्छ भारत अभियान एक अनूठी और अच्छी पहल है। इसे हरेक को अपनाना चाहिए। इसी सफलता जनता के सहयोग से ही संभव है। लोग अपने घर व अन्य निजी स्थानों सहित इर्द-गिर्द को भी साफ रखें। इससे सफाई व्यवस्था बनी रह सकती है। इसमें हर व्यक्ति की भागीदारी होनी चाहिए। सार्वजनिक स्थलों को साफ रखने की भी व्यक्तिगत जिम्मेदारी समझनी चाहिए। जन-जन के मन में इस भावना को जागृत करने के लिए हर स्तर पर हर संभव उपाय करने होंगे।
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विद्यार्थियों ने स्वच्छता ही सेवा की ली शपथ
बेतिया संवाद सहयोगी : स्वच्छता के मुहिम के तहत लोयला बालक चूहड़ी स्कूल में भी बच्चों ने स्वच्छता ही सेवा की शपथ ली। विद्यार्थियों ने एक स्वर में कहा कि वे न सिर्फ अपने घरों के आसपास साफ-सफाई रखेंगे, बल्कि दूसरों को जागरुक भी करेंगे। स्कूल में डीडीसी द्वारा बच्चों को मुहिम के बारे में जानकारी दी गई। जिसके बाद शिक्षकों ने विद्यार्थियों को अपने आसपास साफ-सफाई रखने की शपथ दिलाई। मुहिम को लेकर स्कूल के प्रधानाध्यापक फादर पाकिया राज ने विद्यार्थियों को समझाया कि साफ-सफाई रखना सभी का कर्तव्य बनता है। मनुष्य जहां रहता है, वहां सबसे पहले सफाई होनी चाहिए। गंदगी से बीमारी फैलती है। बच्चे अगर किसी भी मुहिम के प्रति जागरुक हो जाए तो वे अभिभावकों को उस पर अमल करने के लिए सबसे ज्यादा कारगर साबित होते है।