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मां के पट खुलते ही जयकारे से गूंज उठे पूजा पंडाल, उमड़ी भीड़

बगहा। शनिवार को वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पंडालों में स्थित देवी के प्रतिमा का पट खोल दिया गया। इसके साथ हीं दर्शन करने आने वाले भक्त श्रद्धालुओं की भीड़ पंडालों में उमड़ने लगी है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 06 Oct 2019 12:06 AM (IST)Updated: Sun, 06 Oct 2019 06:30 AM (IST)
मां के पट खुलते ही जयकारे से गूंज उठे पूजा पंडाल, उमड़ी भीड़

बगहा। शनिवार को वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पंडालों में स्थित देवी के प्रतिमा का पट खोल दिया गया। इसके साथ हीं दर्शन करने आने वाले भक्त श्रद्धालुओं की भीड़ पंडालों में उमड़ने लगी है। नगर के गोला बाजार, पंचमुखी, हनुमान मंदिर, संस्कृत विद्यालय, शिव मंदिर एवं नगर के नरैनापुर रोड में स्थित देवी के पट भी खुल गए हैं। जिसमें दर्शन के लिए लोग पहुंचने लगे हैं। इधर पूजा को लेकर सभी पंडालों में पुलिस अधिकारी, जवान एवं महिला पुलिल बल की प्रतिनियुक्ति कर दी गई है। जबकि दंडाधिकारी भी अपने अपने स्थलों पर उपस्थित हैं। इधर नगर के शिव मंदिर पर सजने वाला मेला भी तैयार है। इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में बगही सखुआनी, डुमरी, भावल, चमरडीहा बड़गांव, तौलाहा में भी देवी की आराधना आरंभ हो गई है। सभी सिद्ध स्थलों पर भी विधि विधान से पूजा पाठ शुरू हो गया है। उल्लेखनीय है कि प्रत्येक साल शरद ऋतु के नवरात्रों में देवी दुर्गा की पूजा नगर एवं प्रखंड में धूमधाम से आयोजित की जाती है। इसमें कुछ जगह प्रतिमा स्थापित की जाती है। जबकि दर्जनों सिद्ध स्थलों पर बिना प्रतिमा के विशेष पूजा एवं अनुष्ठान का आयोजन होता है। बता दें कि यह पूजा तो नवरात्र के पहले दिन से हीं आरंभ हो जाता है। पर, सप्तमी के दिन से माता के डोला के आगमन के साथ इसमें काफी भव्यता आती है। सप्तमी से लेकर विजयादशमी तक कई पंडालों में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन भी होता है। जबकि इसके बाद प्रतिमा का विसर्जन धूमधाम से कर दिया जाता है। यह माता में आस्था का हीं प्रतीक है की कई लोग पूरे नौ दिनों तक उपवास रखकर देवी की अराधना करते हैं। वहीं इस पूजा के लिए पंडाल, लाइट, प्रतिमा आदि के साथ हीं प्रसाद पर समिति वाले लाखों रुपये खर्च करते हैं।

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