निर्माणाधीन नेपाली सड़क की निगरानी को तैनात हुए पुलिसकर्मी
गौनाहा, इंडो-नेपाल सीमा पर हुलाकी राजमार्ग कंस्ट्रक्शन कंपनी द्वारा बनाई जा रही सड़क का कार्य पांचवे दिन भी बंद रहा। नो मैंस लैंड को छूती हुई सड़क निर्माण को एसएसबी की 44 वीं बटालियन और स्थानीय प्रशासन के द्वारा रोक लगा दी गई है।
बेतिया। गौनाहा, इंडो-नेपाल सीमा पर हुलाकी राजमार्ग कंस्ट्रक्शन कंपनी द्वारा बनाई जा रही सड़क का कार्य पांचवे दिन भी बंद रहा। नो मैंस लैंड को छूती हुई सड़क निर्माण को एसएसबी की 44 वीं बटालियन और स्थानीय प्रशासन के द्वारा रोक लगा दी गई है। अधिकारियों का कहना है कि जब तक जिला प्रशासन की ओर से स्पष्ट निर्देश प्राप्त नहीं हो जाता है, तब तक के लिए सड़क निर्माण को रोक दिया गया है। रविवार को ही एसएसबी के अधिकारियों के द्वारा अनुमंडल व जिला प्रशासन को सूचित कर दिया गया था। जिसके आलोक में मंगलवार को गौनाहा अंचलाधिकारी सत्येंद्र दत्त, सीआई उपेंद्र ¨सह, अंचल अमीन मंजय यादव ने मौके पर पहुंच कर मुआयना किया। जिसकी रिपोर्ट जिला पदाधिकारी को भेज दी गई है। गौनाहा अंचलाधिकारी ने बताया कि जिला से निर्देश प्राप्त होते ही उसका अनुपालन किया जाएगा। तब तक के लिए स्थानीय थाना को निर्देश दिया गया है कि ग्रामीण पुलिस की नियुक्ति कर दे। ताकि नेपाल के द्वारा किसी भी गतिविधि की जानकारी मिल सके । सहोदरा थानाध्यक्ष धनंजय कुमार ने बताया कि स्थानीय पुलिस बल को निर्देश मिला है स्थिति पर नजर रखी जा रही है। बता दें कि इंडो-नेपाल मैत्री को मजबूती देने के लिए चतरा ठोरी से वीरगंज तक इस सड़क का निर्माण कराया जा रहा है। ताकि दोनों देशों के बीच व्यापार को बढ़ावा मिल सके। इससे तराई क्षेत्रो में स्थानीय व्यापार सहित रोटी-बेटी के संबंधों को बढ़ावा मिलेगा। भारत और नेपाल के बीच सदियों से रोटी-बेटी का संबंध रहा है। लेकिन नेपाल के साथ चीन की बढ़ती भागीदारी से यह पीलर सामरिक रूप से काफी महत्वपूर्ण हो जाता है। ऐसे में सड़क का निर्माण नो मैंस लैंड कौन कहे सीमा से पर्याप्त दूर अंदर होनी चाहिए। जैसा कि भारत अपने क्षेत्र में सीमा सड़कों का निर्माण पर्याप्त दूरी पर कर रहा है।