प्लास्टिक पेंट लोगों की पहली पसंद, हो रही जोरदार बिक्री
बगहा। पर्व नजदीक आते ही हरनाटाड़ में लोग अपने घरों की साफ-सफाई व रंग रोगन में जुट गए हैं। जिससे सामान्य दिनों की तुलना में रंगों की बिक्री 50 फीसद तक बढ़ गई है।
बगहा। पर्व नजदीक आते ही हरनाटाड़ में लोग अपने घरों की साफ-सफाई व रंग रोगन में जुट गए हैं। जिससे सामान्य दिनों की तुलना में रंगों की बिक्री 50 फीसद तक बढ़ गई है। बदलते वक्त के साथ लोगों के पसंद भी बदले हैं। अब चुना व डिस्टेंपर को छोड़ लोगों का रूझान डिजिटल कलर मिक्सिग मशीन से मिलने वाले रंगों की ओर हो गया है। जिससे बाजार में अभी प्लास्टिक पेंट का क्रेज काफी बढ़ गया है। बताते चलें कि त्योहारों के चलते हरनाटांड़ सहित थरुहट क्षेत्र के लोगों ने आने घरों में रंगाई-पुताई और साफ-सफाई का काम शुरू कर दिया है। भले ही महंगाई का असर बाजार में दिख रहा हो लेकिन अब लोगों ने भी होशियारी से खर्च करना सीख लिया है। सस्ते और काम चलाऊ रंग-रोगन के साधनों की जगह ग्राहक अब सस्ते व टिकाऊ पेंट की तलाश कर रहा है। हालांकि अच्छी क्वालिटी के पेंट महंगे जरूर हैं, लेकिन एक बार कराने से चार पांच सालों की फुर्सत होने से खरीददार इन्हें लेना ही फायदे का सौदा मान रहा है। अब लोग चूना और नील जैसी चीजों से किनारा करते जा रहे हैं। अब तो डिस्टेंपर और प्लास्टिक पेंट जैसे टिकाऊ और स्टैंडर्ड चीजों पर लोग खर्च करना ज्यादा पसंद कर रहे हैं। जहां सस्ते पेंट एक या दो साल में ही अपना असर छोड़ देते हैं वहीं प्लास्टिक पेंट आसानी से 5 से 7 साल तक टिके रहते हैं। इससे लोगों को जल्दी खर्चा नहीं करना पड़ता है। महंगाई ने जहां लोगों की कमर तोड़ रखी है वहीं लोगों ने भी अब बार-बार के खर्चों से तौबा कर ली है।
इंटरनेट पर ही पसंद कर लेते हैं कलर :-
आधुनिकता के इस दौर में लोग मनचाहे कलर से घर का पेंट करा रहे हैं। इसके लिए वे घर बैठे ही इंटरनेट पर कलर पसंद कर दुकानदार के पास जाकर कलर की खरीदारी कर घर को पेंट कर रहे है। इसके लिए यहां के कई दुकानदारों के पास डिजिटल कलर की सुविधा लगाई गई है। जो ग्राहकों को उनके पसंद का रंग उपलब्ध करा सकें। हरनाटांड़ स्थित अमरदीप हार्डवेयर के अमरदीप कुमार ने बताया कि दशहरा खत्म होते ही रंगों की बिक्री सामान्य दिनों की तुलना में 50 फीसद बढ़ गई है। हाल के कुछ वर्षों में प्लास्टिक पेंट की डिमांड बढ़ी है। विक्रेता का कहना है कि महंगाई और लेबर चार्ज बढ़ने से लोग बार बार खर्च करने की सोचते भी नहीं हैं। इस लिए इमलशन और वालमास्ता जैसे प्लास्टिक पेंट चुनना पसंद करते हैं। इसके अलावा लोगों के रहने के तौर तरीकों के ढंग में भी दिन पर दिन परिवर्तन देखने को मिल रहा है। अंदर से लेकर बाहर तक अलग-अलग तरह के रंगों और टेक्सचर्स में पेंट करवाते हैं। अन्य दुकानदारों की मानें तो पेंट और डिस्टेंपर में जहां 30 40 रंग बनते हैं वहीं प्लास्टिक पेंट में रंगों की करीब पांच हजार वेराइटी मिल जाती हैं। इसके चलते भी लोगों का इस तरफ रुझान बढ़ रहा है। ग्राहकों की पसंद को देखते हुए अलग अलग रेंज और वैरायटी बाजार में मौजूद हैं। पेंट की बीस लीटर की बाल्टी की कीमत 750 रुपये से लेकर 7 हजार रुपये तक है।