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लोग हो रहे गिरफ्तार, नहीं रुक रहा शराब का कारोबार

बेतिया। जिले में शराब का कारोबार थमने का नाम नहीं ले रहा। कभी ट्रेन, कभी ट्रक से शराब लाई जा रही है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 09 Jan 2019 10:51 PM (IST)Updated: Wed, 09 Jan 2019 10:51 PM (IST)
लोग हो रहे गिरफ्तार, नहीं रुक रहा शराब का कारोबार
लोग हो रहे गिरफ्तार, नहीं रुक रहा शराब का कारोबार

बेतिया। जिले में शराब का कारोबार थमने का नाम नहीं ले रहा। कभी ट्रेन, कभी ट्रक से शराब लाई जा रही है। हद तो यह है कि शराब के धंधेबाज एंबुलेंस का भी सहारा लेते पकड़े जा चुके है। लोग शराब पी रहे हैं और पुलिस और उत्पाद विभाग की टीम अपनी पीठ थपथपाने में लगी हुई है। जानकारों की माने तो कोई ऐसा दिन नही है जब जिले में शराब की खेप हरियाणा और नेपाल से नहीं पहुंचती हो। अगर नहीं पहुंचती तो खेप की खेप पकड़ी नहीं जाती। सूबे के मुख्यमंत्री ने शराबबंदी अभियान के तहत यह घोषणा भी की थी कि जिन थाना क्षेत्रों में सर्वाधिक शराब पकड़े जाएंगे वहां के थानाध्यक्ष नपेंगे और उन पर कार्रवाई होगी लेकिन ऐसा होने से रहा। अगर शहरों की बात करें तो होम डिलीवरी के माध्यम से शराब की बोतलें पहुंच जाती हैं। गांवों में तो चुलाई शराब से ही पियक्कड़ों का काम चल जाता है। ऐसा भी नहीं है कि शराब पीने और कारोबार करने के जुर्म में लोग नहीं पकड़े गए लेकिन रसूखदारों और बड़े कारोबारियों तक अब तक न तो पुलिस के हाथ पहुंचे और न ही विभाग के। सूत्रों की मानें तो शराब के अवैध कारोबारियों का एक बड़ा नेटवर्क जिले में सक्रिय है। जिनका तार हरियाणा, यूपी और नेपाल तक जुड़ा है। वही से शराब की बड़ी बड़ी खेपें मंगाइ जाती हैं। इन कारोबारियों तक विभाग और पुलिस के हाथ कब पहुंचेगे कहना मुश्किल है।

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इनसेट

बस एक कॉल और रॉयल स्टेग की बोतल उपलब्ध

जिले में शराब की होम डिलेवरी जारी है। ऐसे कई रैकेट हैं जो दिन रात इसी सेवा में लगे रहते हैं। दो गुने दामों पर फोन के माध्यम से शराब की होम डिलेवरी कर दी जाती है। इनका क्षेत्र भी बंटा हुआ है। होम डिलीवरी करने वाले गिरोह हरेक शहरों में में मौजूद हैं। जानकारों की माने तो पहले से अधिक दामों पर शराब की बोतलें उपलब्ध करा दी जाती हैं। शराब का कारोबार करने वाले ऐसे गिरोह के लोगों का नंबर उनके पास मौजूद हैं। जो शराब के आदी हो चुके है और उन्हे प्रतिदिन शराब के दो घुंट जरूर चाहिए।

इनसेट

पिछले वर्ष 346 केस हुए दर्ज

पिछले वर्ष उत्पाद विभाग ने 346 केस दर्ज किया हैं। कार्रवाई में 473 लोगों को जेल भेजा जा चुका हैं। 2019 बार छापेमारी हुई हैं। छपेमारी के दौरान 1986.400 लीटर चुलाई शराब, 1985 लीटर देशी शराब, 208 लीटर अवैध सुषव, 54280 किलोग्राम महुआ किण्वित गुड़, 1089.615 लीटर विदेशी शराब, 63.800 लीटर बीयर, 20 लीटर ताड़ी जब्त किया जा चुका हैं।

इनसेट

वर्ष 2018 मे उत्पाद विभाग की कार्रवाई एक नजर में

माह --- छापेमारी---- गिरफ्तारी --- चुलाई--- देसी शराब --- विदेशी शराब

जनवरी ---- 212 --- 59 --- 221 लीटर --- 15 लीटर --- 16 लीटर

फरवरी --- 172 ----- 61-----145 ------ 30 ------ 68

मार्च ---- 195-------- 48---- 182 ----- 14 ------ 25

अप्रैल- 205-- 42 -- 296 -- 54 -- 21

मई- --- 182 -- 39 --- 325 -- 412 -- 57

जून - 155 -- 39-- 251 --- 538 --- 20

जुलाई - 144 --- 34 ----- 95 ------- 91 ----- 17

अगस्त --- 161 ----- 25 ----- 89 ------- 166 ------ 230

सितंबर --- 186 ----- 39 ----- 66 -------- 174 ----- 30

अक्टूबर - 154 ---- 30 ----- 125 ------- 377 ------ 32

नवंबर - 125 ------- 22 --- 126 ------ 32 ------ 29

दिसंबर --- 128 ---- 35 ----- 163 ------ 79 ------ 539

इनसेट बयान

उत्पाद विभाग की कार्रवाई लगातार जारी है। बड़े-बड़े ठिकानों पर भी छापेमारी की जा रही है। शराबियों, धंधेबाजों व रसुखदार लोगों को भी गिरफ्तार किया जा रहा है। शराब बंदी अभियान शत प्रतिशत लागू हो सके विभाग की ओर से प्रयास किया जा रहा है। कई लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका हैं।

राकेश कुमार

उत्पाद अधीक्षक, बेतिया

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