महाधिवेशन में पदाधिकारियों का नहीं हुआ चयन
बगहा । नेकपा एमाले महाधिवेशन के बंद सत्र में आपसी सहमति से पदाधिकारियों का चयन नहीं होने के कारण अब मतदान द्वारा चयन किया जाएगा।
बगहा । नेकपा एमाले महाधिवेशन के बंद सत्र में आपसी सहमति से पदाधिकारियों का चयन नहीं होने के कारण अब मतदान द्वारा चयन किया जाएगा। सोमवार को मतदान शुरू हो गया। मंगलवार को नतीजा आने के बाद महाधिवेशन का समापन होगा।
नेकपा एमाले के जारी 10 वां महाधिवेशन में 14 पद के लिए 18 प्रतिनिधियों के सामने आ जाने से अब यह परिक्रिया मतदान द्वारा संपन्न कराया जा रहा है। चितवन के सौराहा में चल रहे बंद सत्र में पदाधिकारियों के चयन में आपसी सहमति नहीं बन सकी। हालांकि आपसी सहमति बनाने के लिए बंद सत्र का दूसरे दिन सुबह 10 बजे से शुरू होने वाला था। लेकिन रात्रि आठ बजे शुरू हुआ। सुबह तीन बजे तक चला। फिर भी आपसी सहमति से पदाधिकारियों का चयन नहीं किया जा सका। जिस कारण सोमवार को मतदान के द्वारा पदाधिकारियों का चयन करने का निर्णय लिया गया। इसके लिए सुबह 10 बजे तक विभिन्न पदों के उम्मीदवार को अपना नामांकन देने का समय सीमा तय किया गया था।
नामांकन के पश्चात पार्टी में अध्यक्ष पद के लिए दो दावेदार सामने हैं। पार्टी अध्यक्ष तथा पूर्व प्रधानमंत्री के पी शर्मा ओली व पार्टी उपाध्यक्ष भीम रावल आमने सामने हैं। इसी तरह पार्टी में उपाध्यक्ष के लिए कुल 6 व सचिव पद के लिए कुल 7 पद है। लेकिन नौ व्यक्तियों ने नामांकन दाखिल किया है। जिससे इन पदों के लिए भी चुनाव कराया जा रहा है।
महाधिवेशन में एमाले प्रतिनिधियों की संख्या 2175 है।
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इंसेट बाक्स
एमाले के सभास्थल पर पहुंचा गैंडा
त्रिवेणी, संवाद सूत्र: नेकपा एमाले का 10 वें महाधिवेशन के बंद सत्र चितवन के सौराहा में चल रहा है। इसी बीच रविवार की शाम प्रधानमंत्री के ठहरने वाला होटल पार्क सफारी के गेट पर जंगल से निकलकर एक गैंडा पहुंच गया। जिसे देखकर बंद सत्र में भाग लेने आए पार्टी के प्रतिनिधियों ने खुशी जाहिर की। वहीं गैंडा को देखने तथा उसकी फोटो व वीडियो बनाने की होड़ लग गई।
बताते चलें कि एमाले महाधिवेशन के प्रतीक चिन्ह भी गैंडा को ही बनाया गया है। स्थल पर इस प्रतीक चिन्ह का कट आउट भी लगाया है। इस महाधिवेशन में देश भर के एमाले पार्टी के प्रतिनिधि आए हुए हैं। प्रत्यक्ष रूप से गैंडा नहीं देखने वाले प्रतिनिधि जीवित गैंडा को देख खुश हो गए।
राष्ट्रीय प्रकृति संरक्षण कोष सौराहा के प्रमुख बाबूराम लामिछने ने बताया कि सौरहा के आवास क्षेत्र में गैंडा का आना यह कोई पहली घटना नही है। गैंडा कभी -कभी रात में आते जाते रहते हैं।