एमसीआइ टीम के जाते मरीजों के बेड से गायब हो जातीं चादर
बेतिया। मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया की टीम के जाने के साथ ही गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल के विभिन्न वार्डो में मरीजों के लिए लगे बेड से चादर गायब हो जाती है।
बेतिया। मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया की टीम के जाने के साथ ही गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल के विभिन्न वार्डो में मरीजों के लिए लगे बेड से चादर गायब हो जाती है। मरीज को इलाज के लिए भगवान भरोसे छोड़ दिया जाता हैं। जो अमीर हैं वे तो अपनी व्यवस्था कर लेते हैं, लेकिन असहाय, लाचार, गरीब बिना चादर बेड पर रहने को मजबूर हैं। यह स्थिति किसी खास वार्ड या खास दिन की नहीं बल्कि कमोबेश सभी वार्डो की है। यहां मरीजों के मांगने के बावजूद उन्हें चादर उपलब्ध नहीं कराया जाता हैं। इसी बेड पर गरीब, असहाय व लाचार मरीज इलाज कराने को विवश हैं। हालांकि सरकार की ओर से सभी मरीजों को सतरंगी चादर देने की योजना हैं। हर दिन अलग-अलग चादर देनी है। इसके लिए पूर्व अधीक्षकों द्वारा भारी मात्रा में चादर की खरीदारी भी हुई है। मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया की टीम के निरीक्षण के दौरान इसका लुक भी देखने को मिलता है। निरीक्षण के दौरान हर बेड पर सतरंगी चादर बिछायी जाती हैं। मरीज के नहीं चाहने के बावजूद कॉलेज व अस्पताल प्रशासन की ओर से एक-एक मरीज को चादर मुहैया कराया जाता है। लेकिन टीम के जाने के साथ ही बेड से चादर गायब हो जाती है।
----------------------------------------------------------------------
इनसेट
बिना बिछाए हर दिन गंदा हो रहे अस्पताल के चादर
बेतिया : गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल में बिना बिछाए हर दिन चादर गंदा हो रहे हैं। नतीजन सप्ताह में कई बार इसकी धुलाई होती हैं। विभागीय सूत्रों की माने तो चादर घुलाई के लिए भी सरकार की ओर से व्यवस्था की गई हैं। इसके नाम पर एक मोटी रकम भी खर्च की जाती हैं। लेकिन चादर बिछाने व घुलाई के अलावे ..। ऐसा नहीं की इसकी जानकारी कॉलेज या अस्पताल प्रशासन को नहीं हैं बल्कि वे सबकुछ जानकर भी रहस्मयढंग से मौन हैं।
----------------------------------------------------------
इनसेट बयान
चादर पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं। हर हाल में मरीज के बेड पर बिछाना हैं। यदि किसी बेड पर नहीं बिछाया गया हैं तो इसकी जांच कराई जाएगी।
डा. डीएन ठाकुर
अधीक्षक
सदर अस्पताल, बेतिया