मैट्रिक परीक्षा के पहले दिन 900 परीक्षार्थी रहे अनुपस्थित
मैट्रिक परीक्षा के पहले दिन सोमवार को दोनों पाली की परीक्षा शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न हुई। किसी भी परीक्षा केन्द्र से कदाचार की कोई शिकायत नहीं मिली है।
बेतिया। मैट्रिक परीक्षा के पहले दिन सोमवार को दोनों पाली की परीक्षा शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न हुई। किसी भी परीक्षा केन्द्र से कदाचार की कोई शिकायत नहीं मिली है। पहले दिन की दोनों पाली की परीक्षा में 42,674 परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल हुए। प्रथम पाली में 455 एवं दूसरी पाली में 445 परीक्षार्थी परीक्षा में अनुपस्थित थे। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की ओर से कराई जा रही परीक्षा के लिए जिले में 29 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। नकल मुक्त परीक्षा को लेकर प्रशासन व शिक्षा विभाग की ओर से कड़े इंतजाम किए गए थे। मेन गेट पर तलाशी के बाद ही परीक्षार्थियों को अंदर प्रवेश मिला। इसके बाद परीक्षा शुरू होने तक दो बार तलाशी ली गई। जिला शिक्षा पदाधिकारी हरेंद्र झा ने कई केंद्रों का निरीक्षण किया और कदाचारमुक्त परीक्षा को लेकर केंद्राधीक्षकों को हिदायत दी। पहले दिन विज्ञान की परीक्षा ली गई। वहीं बोर्ड के निर्देश के बावजूद कई परीक्षार्थी जूता मोजा पहनकर परीक्षा केंद्र पर पहुंच गए थे। गेट पर तलाशी के दौरान से उनका जूता खुलवा दिया गया। कई केंद्रों पर परीक्षार्थी खुद ही जूता उतारकर बाहर रख दिए। इनसेट परीक्षार्थियों की हुई सघन जांच परीक्षा केंद्रों पर परीक्षार्थियों की सघन जांच की गई। मुख्य द्वार पर जांच के बाद अंदर प्रवेश दिया गया। केंद्र के भीतर भाग में विशेष रुप से तैयार किए गए कक्ष में उनकी तलाशी ली गई। जूते मोजे उतरवाने के बाद है परीक्षा भवन में प्रवेश दिया गया। बता दें कि इसे लेकर पहले ही निर्देश जारी कर दिया गया था। बावजूद कुछ परीक्षार्थी जूता पहनकर केंद्र पर पहुंचे। इसके अतिरिक्त राइटिग पैड, घड़ी आदि भी उतरवा लिए गए। केंद्रों पर कदाचार पर पूरी तरह से नकेल कसने का प्रयास नजर आए।
सुबह से ही परीक्षार्थियों की जुटने लगी थी भीड़ शहर के एमजेके कॉलेज, आरएलएसवाइ कॉलेज, विपिन हाई स्कूल सहित कई परीक्षा केंद्रों पर सुबह करीब 7 बजे ही परीक्षार्थियों की भीड़ जुटने लगी। आधे घंटे के अंदर ही स्कूल के दोनों गेट के बाहर परीक्षार्थियों की लंबी लाइन लग गई थी। इस कारण सड़क पर जाम की स्थिति बन गई। गेट पर तैनात निजी सुरक्षा गार्ड ने परीक्षार्थियों को प्रवेश पत्र देखकर आंध्र भेजना शुरू किया। महिला पुलिसकर्मी भी प्रवेश द्वार पर पहुंच गई और परीक्षार्थियों को लाइन में ही अंदर भेजना शुरू किया। परीक्षार्थियों को केंद्र के बाहर ही जूता मोजा घड़ी उतरवाकर अंदर जाने दिया गया। पुलिसकर्मियों ने इस बात का पालन नहीं करने वाले छात्र-छात्राओं को फटकार भी लगाई। परीक्षा केंद्र के पास दंडाधिकारी व पुलिसकर्मियों ने अभिभावकों को केंद्र के बाहर से हटा दिया।
प्रथम पाली की परीक्षा के बाद लगी भीड़ प्रथम पाली की परीक्षा संपन्न होने पर सभी परीक्षा केंद्रों पर भारी भीड़ देखने को मिली। प्रथम पाली की परीक्षा संपन्न होने के पूर्व ही अभिभावक परीक्षा केंद्र के बाहर खड़े हो गए। इधर प्रथम पाली के परीक्षार्थियों के निकलने के पूर्व ही द्वितीय पाली के परीक्षार्थी पहुंच चुके थे। लेकिन भीड़ उस समय बढ़ गई जब प्रथम पाली के परीक्षार्थी बाहर निकलने लगे। इस कारण भीड़ बढ़ गई। भीड़ को हटाने तथा परीक्षार्थियों के लिए रास्ता बनाने में पुलिस कर्मियों को भी मशक्कत करनी पड़ी।
गस्ती दल करता रहा मुआयना दोनों पारियों में दंडाधिकारी के नेतृत्व में पुलिस बल के साथ गश्ती दल केंद्रों का भ्रमण करता रहा। सुपर जोनल दंडाधिकारी भी परीक्षा केंद्र के बाहर और भीतर का मुआयना करते रहे।
फुल व गुब्बारे से सजाया गया था आदर्श परीक्षा केंद्र जिला में बने चार आदर्श परीक्षा केंद्र पर मैट्रिक की परीक्षा के प्रथम दिन सोमवार को कड़ी सुरक्षा के बीच कदाचार मुक्त परीक्षा शुरू हुई। केंद्र के मुख्य गेट से लेकर परीक्षा हॉल को गुब्बारे व मैट लगाकर सजाया गया है। सिर्फ छात्राओं के केंद्र होने के कारण महिला वीक्षक से लेकर महिला सुरक्षा बल की तैनाती की गई है। आदर्श परीक्षा केंद्र के प्रवेश द्वार पर फूल व गुब्बारे लगाए गए थे। परीक्षार्थियों के सुविधा के लिए पेयजल व मेडिकल किट की व्यवस्था की गई थी।