सीओ के स्थल पर पहुंचते ही चटकने लगी लाठियां, गार्डों ने बचाई जान
बेतिया। नौतन में सीओ स्थल पर अतिक्रमण की जांच करने के लिए पहुंचे ही थे कि लाठियां चटकने लगी। हालांकि सीओ के साथ गए सुरक्षा गार्डों ने गाड़ी से सीओ को सुरक्षित निकाला।
बेतिया। नौतन में सीओ स्थल पर अतिक्रमण की जांच करने के लिए पहुंचे ही थे कि लाठियां चटकने लगी। हालांकि सीओ के साथ गए सुरक्षा गार्डों ने गाड़ी से सीओ को सुरक्षित निकाला। सीओ भी स्वीकार कर रहे हैं कि उनपर ग्रामीणों ने हमला किया। लेकिन अभी तक इस मामले में थाने में कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं है। बता दें कि प्रखंड क्षेत्र के कोतराहा गांव में मंदिर व छठ घाट तक जाने वाले रास्ते को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है। प्रशासन व ग्रामीणों काफी प्रयास के बाद भी विगत दो वर्ष बाद भी रास्ते से अतिक्रमण नही हटाया जा सका है। जब जब प्रशासन व ग्रामीण इस बात को लेकर मंदिर की रास्ते को साफ कराने की बात करते है । तब तब अतिक्रमणकारियों द्वारा प्रशासन पर हमला बोल दिया जाता है। भूमि गैरमजरूआ है। अतिक्रमणकारी मुख्य रास्ते पर पक्का ईंट का दीवार बनाकर से घेर लिए हैं। लोहे का बड़ा गेट लगा कर रास्ते की जमीन को अपने कब्जे में ले लिया है। ग्रामीण मोहन पासवान,अमिरका पासवान, विनय पासवान, मोहन साह,चितावन यादव,महेश यादव, बालेश्वर यादव, ललन यादव, लक्ष्मण यादव,प्रमोद यादव आदि ने बताया कि दो वर्ष पूर्व करीब आठ सौ लोगों ने अपना हस्ताक्षर बनाकर अंचलाधिकारी समेत जिलाधिकारी को अतिक्रमण हटाने के लिए आवेदन दिया था। प्रशासन द्वारा अतिक्रमण वाद चलाकर विगत वर्ष अतिक्रमण हटाने के लिए गोपाल यादव व अन्य को नोटिस भी दिया था । लेकिन अतिक्रमण नहीं हटाया गया पाया। जब छठ पूजा आया तो गांव के लोग मंदिर जाने के लिए रास्ते से अतिक्रमण हटाने के लिए अड़ गए । अतिक्रमणकारियों द्वारा वहां मारपीट किया गया । जिसमें पुलिस व अंचल प्रशासन पहुंच कर कैंप किया था। प्रशासन ने शांतिपूर्ण माहौल मे छठ व्रत संपन्न कराया तथा अतिक्रमण हटाने की बात कही।अतिक्रमणकारी उस समय प्रशासन के सामने रास्ते से अतिक्रमण हटाने की बात निर्धारित समय के अन्दर हटाने की बात कही। इधर दशहरा व छठ आते देख जब ग्रामीणों ने इस मामले की खोज किया तो सोमवार को सीओ विवेक कुमार मिश्रा अपने दल बल के साथ जांच स्थल पर गए । जांच के सभ्य अतिक्रमणकारी उग्र हो गये तथा लाठी भला से पदाधिकारी के उपर हमला बोल दिया।पदाधिकारी किसी तरह अपना शरीर निकाल अपने आप को ग्रामीणों के सहयोग से सुरक्षित बचाये रखा। लेकिन उनकी गाड़ी को क्षतिग्रस्त कर दिया गया।घटना के बाद से गांव में तनाव की स्थिति बनी हुई है।
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