स्वतंत्रता सेनानी के गांव सतवरिया में बुनियादी सुविधाओं का अभाव
साठी प्रखंड क्षेत्र के स्वतंत्रता सेनानी पंडित राजकुमार शुक्ल का गांव सतवरिया में बुनियादी सुविधाओं का अभाव है।
बेतिया । साठी प्रखंड क्षेत्र के स्वतंत्रता सेनानी पंडित राजकुमार शुक्ल का गांव सतवरिया में बुनियादी सुविधाओं का अभाव है। यहां सड़क के दोनों किनारे पर नाला नहीं होने से पानी निकासी की कोई व्यवस्था नहीं है। बरसात के दिनों में सड़कों पर पानी लग जाता है। इससे लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। हल्की फुल्की बारिश में भी गांव से होकर निकलना दूभर हो गया है। इस गांव में आम आदमी की कौन कहे भगवान महावीर एवं भोलेनाथ का परिसर भी थोड़ी सी बारिश क्या हुआ पूरा पानी ही पानी हो गया। पानी निकासी का कोई रास्ता नहीं है। गांव का मुख्य नाला भटठ गया है। वहीं, सभी घरों का पानी मुख्य सड़क पर ही आता है। जिससे रास्ते पर चलना मौत को दावत देने के बराबर है। इस गांव में हल्की बारिश भी अगर हो जाती है तो न नाला दिखाई पड़ता है न सड़क। गांव के बीचों बीच में एक मंदिर है जो इस गांव की पहचान है। वह भी गंदे पानी से चारों तरफ से घिरा हुआ है। जिसके चलते महिलाओं को पूजा पाठ करने में काफी दिक्कत होती है। यही नहीं कभी कभी महिलाएं और बच्चे गिर भी जाते है। वही ग्रामीण मनीष दूबे को कहने में भी शर्म आती है कि आजादी के इतने दशक बाद भी यहा सड़क और नाला नहीं है। मैं स्वतंत्रता सेनानी पंडित राजकुमार शुक्ल के गांव का निवासी हूं। केवल स्वतंत्रता सेनानी के गांव को कभी पदाधिकारियों द्वारा तो कभी जनप्रतिनिधियों के द्वारा आश्वासन ही मिलता रहा। इनके नाम पर एक ईंट भी रखने का काम आज तक नहीं किया गया। अब हम ग्रामीण जाएं तो जाएं कहा। एक तरफ सरकार कहती है कि हर गांव को गली नली, पीसीसी सड़क, जल नल से जोड़ दिया जाएगा। मगर अभी तक विकास के नाम पर कुछ नहीं हुआ है। जिसका जीता जागता उदाहरण इस गांव का मंदिर हैं।