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रामरेखा नदी तट पर उमड़ा सैलाब, व्रतियों ने दिया अ‌र्घ्य

बगहा। रामनगर में लोक आस्था का महापर्व छठ उदीयमान सूर्य को अ‌र्घ्य देने के साथ रविवार को संपन्न हो गया। छठ मईया व सूर्योपासना के इस पर्व के दौरान श्रद्धालु व व्रतियों ने अपनी संतान की रक्षा व घर परिवार की सलामती की प्रार्थना की।

By JagranEdited By: Published: Sun, 03 Nov 2019 10:46 PM (IST)Updated: Tue, 05 Nov 2019 06:37 AM (IST)
रामरेखा नदी तट पर उमड़ा सैलाब, व्रतियों ने दिया अ‌र्घ्य
रामरेखा नदी तट पर उमड़ा सैलाब, व्रतियों ने दिया अ‌र्घ्य

बगहा। रामनगर में लोक आस्था का महापर्व छठ उदीयमान सूर्य को अ‌र्घ्य देने के साथ रविवार को संपन्न हो गया। छठ मईया व सूर्योपासना के इस पर्व के दौरान श्रद्धालु व व्रतियों ने अपनी संतान की रक्षा व घर परिवार की सलामती की प्रार्थना की। इस दौरान नगर के मुख्य रामरेखा नदी के घाट पर छठव्रती व उनके परिजनों की भीड़ काफी संख्या में जुटी। इधर, इसी नदी के पश्चिम तरफ नए घाट के रूप में अस्तित्व में आए पुरानी बाजार के समीप ठाकुरबारी टोला के घाट पर भी भीड़ रही। नगर के रतनपुरवा, बिलासपुर, गोला बाजार व मिल बहुअरी के छठ घाटों पर भी पूजा अर्चना की गई। प्रखंड के बखरी में सिगाही नदी के घाट पर, मनचंगवा में ढोंगही नदी के घाट पर, भावल में दोन नहर में बने छठ घाट पर, मुजरा पोखर घाट पर, तौलाहा पईन, धोकराहा एवं नवगांवा तालाब समेत प्रखंड के सभी घाटों पर हजारों की संख्या में छठव्रतियों ने भगवान भास्कर को अ‌र्घ्य दिया। घर के आंगन एवं छत से भी दिया गया अ‌र्घ्य छठ पर्व की महता इतनी है कि देश के कोने कोने व विदेश में रहने वाले भी इस मौके पर घर लौट आते हैं। कुछ पारिवारिक मजबूरी व अस्वस्थता के कारण घाटों पर नहीं पहुंच सकें। पर, घर के आंगन, छत आदि पर व्रतियों ने अ‌र्घ्य दिया। व्रतियों के बीच पूजन सामग्री का वितरण सूर्योपासना का यह पर्व इतना महत्वपूर्ण है कि इसमें किसी को कुछ भी मांगने की जरूरत नहीं होती है। श्रद्धालुओं ने निर्धन व्रतियों के बीच साड़ी, गेहूं, फल, अ‌र्घ्य का वितरण किया। बाल संरक्षण आयोग की सदस्या रानी प्रेमा शाह ने बताया कि नींबू एवं गागल का वितरण कई व्रतियों के बीच किया गया। इधर जदयू के संजय मिश्रा ने व्रतियों के बीच साड़ी का वितरण किया।

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कई सालों से निरंतर घर परिवार की सलामती के लिए व्रत रखती आ रही हूं। इस बार सेहत ठीक नहीं रहने के बावजूद माता के आशीर्वाद से मैंने 36 घंटे का निर्जला उपवास पूरा किया। माता की कृपा सदैव अपने भक्तों पर बनी रहती है।

- पूनम देवी, छठव्रती

-------------- लोक आस्था के महापर्व छठ का विशेष महत्व है। माता संतानहीनों को संतान देती हैं। परिवार के सभी सदस्यों की मौजूदगी में मैंने व्रत रखा और विधिपूर्वक माता की पूजा की। शनिवार की संध्या पहर घर में कोसी भरी गई, जिसमें सभी सदस्य शामिल हुए।

- कामिनी देवी, छठव्रती

-------------- पति के नौकरी के कारण पटना में रहते हैं। लेकिन जब लोकआस्था के महापर्व की बात हो तो घर लौटना लाजिमी है। मैं अपने परिवार के बीच छठ व्रत रखती हूं। माता छठी से सुख समृद्धि और बच्चों के दीर्घायु होने का आशीष मांगा।

- मेनका देवी, छठव्रती

------------------- मन्नत पूरी होने पर मां का आशीर्वाद लेने पहुंचे भक्त कहते हैं कि इस व्रत को करने से मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है। जो भी पवित्र मन से इस महापर्व को करता है, छठ मईया उसके घर परिवार की रक्षा करती हैं। साथ हीं नि:संतान दंपती की गोद भी भरती हैं। बता दें कि कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष के षष्ठी को यह व्रत धूमधाम से मनाया जाता है। वाहनों की आवाजाही पर लगा दी गई थी रोक शनिवार को दोपहर के 3 बजे के बाद से सुरक्षा व्यवस्था एवं भीड़ को देखते हुए नगर के आंबेडकर चौक से वाहनों की आवाजाही रोक दी गई थी। इधर एसडीपीओ अर्जुन लाल, पुलिस निरीक्षक सह थानाध्यक्ष अभिनंदन सिंह, सीओ विनोद मिश्रा, ईओ जितेन्द्र सिन्हा, बीडीओ जितेन्द्र सिंह, प्रमुख प्रतिनिधि सुरेन्द्र यादव, नगर मुख्य प्रतिनिधि नागेन्द्र साह, उप मुख्य प्रतिनिधि अरमान खान, जावेद खान, शिक्षक संदीप मिश्रा, एसआइ आरके सिंह आदि नगर के सभी छठ घाटों का घूम घूमकर जायजा लेते रहे। नगर एवं प्रखंड में प्रतिनियुक्त कुल 45 दंडाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी अपने अपने घाटों पर प्रतिनियुक्त थे। इधर, मुख्य घाट पर पूजा समिति के संरक्षक पंकज उर्फ पिटू सिंह, अध्यक्ष रघुवंश सिंह, महामंत्री गिफ्फी सिंह, ठाकुरबारी टोला के सचिव सुजल सिंह, संदीप पटेल, उद्घोषक विजय गुप्ता, लालबाबु पटेल के साथ अन्य समिति के सदस्य मौजूद थे। बयान : छठ पूजा शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न हो गया। इसमें पुलिस अधिकारियों एवं स्थानीय लोगों का भी सराहनीय सहयोग रहा है। सभी धन्यवाद के पात्र हैं।

- अर्जुन लाल, एसडीपीओ, रामनगर


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