पश्चिम चंपारण में बालू की अवैध निकासी की होड़, रात में सक्रिय रहते हैं धंधेबाज
West Champaran News हड़बोड़ा मनियारी पंडई के कई घाटों पर चोरी छिपे हो रही अवैध तरीके से बालू की निकासी। समीप के गांवों को कटाव की ओर धकेल रहे बालू के अवैध धंधेबाज। पुलिस का कहना है कि मामला काफी गंभीर है। निकासी की सूचना पर होगी कार्रवाई।
नरकटियागंज (पचं), जासं। बालू के धंधेबाजों का मनोबल बढ़ा हुआ है। हड़बोड़ा नदी के घाटों पर दिन- रात निकासी करते रहे हैं। इसी क्रम में छापेमारी करने पहुंची शिकारपुर पुलिस से दुर्व्यवहार की घटना घटी। हलााकि मामलेे में तीन युवक गिरफ्तार किए गए, जबकि कई धंधेबाज भागने में सफल रहे। स्थानीय लोगों का कहना है कि अंचल क्षेत्र के खिरिया घाट, जयमंगलापुर घाट, धूमनगर गदियानी टोला और भंटहवा पिपरा के अनाधिकृत घाटों से बालू और सिल्ट की अवैध निकासी का धंधा करने वालों के लाइनर प्रमुख रास्तों पर नजर रखते हैं और पुलिस और प्रशासन केे अधिकारियों के आगमन की उन्हें सूचना देते हैं। जबकि नदियों के तटीय गांवों के कटाव का भी उन्हें खयाल नहीं है।
अवैध बालू निकासी करने वालों पर होगी कार्रवाई
स्थानीय लोग उन धंंधेबाजों का विरोध करना मुनासिब नहीं समझते। जिस अंचल क्षेत्र में लंबे समय से किसी घाट पर निकासी के लिए अनुमति प्राप्त नहीं है। वहां बालू निकासी करने वालों की होड़ लगी होती है। इन चार से पांच घाटों पर ही औसतन दो सौ टेलर से अधिक बालू की निकासी की जा रही है। फिर भी ऐसे धंधेबाजों के विरुद्ध विभागीय स्तर पर कोई बड़ा अभियान नहीं चल रहा। जबकि आए दिन पुलिस कुछ ना कुछ ऐसे वाहनों को जब्त कर विभाग को सूचना भी दे रही है। क्षेत्र की जिन नदियों में अंधाधुंध बालू और सिल्ट की अवैध निकासी हो रही है, उनमें हड़बोड़ा के अलावे मनियारी, पंडई नदियों के कई घाट हैं। शिकारपुर थानाध्यक्ष रामाश्रय यादव का कहना है कि बालू की अवैध निकासी व पुलिस से दुर्व्यवहार मामले में कार्यवाई की गई है। अवैध धंधे की सूचना मिलेगी तो कार्रवाई की जाएगी।
बालू की निकासी में तेजी करते धंधेबाज
अनुमंडल मुख्यालय के समीप भंटहवा पिपरा और धूमनगर गदियानी टोला के अघोषित घाटों पर धंधेबाजों ने अपनी सुविधा के अनुसार कई रास्ते बना लिए हैं। पहले नदी की पेटी में कुदाल और फावड़ा से बालू को एकत्र करते हैं। फिर उनके वाहन नदियों में प्रवेश कर जाते और तेजी से बालू या सिल्ट लादकर निकल जाते हैं। इस कार्य में उन्हें बहुत कम समय लगता है और इस तरह दिन रात चल रहा है।