नदी में आती बाढ़ तो तय करनी पड़ती 25 किमी की दूरी
बगहा। गोबर्द्धना में ढोंगही नदी जब रास्ता रोकती है तो 25 किमी की दूरी तय करना पड़ता है। प्रखंड की उत्तर-दक्षिण सीमा गौनाहा प्रखंड से जहां जुड़ी हुई है।
बगहा। गोबर्द्धना में ढोंगही नदी जब रास्ता रोकती है तो 25 किमी की दूरी तय करना पड़ता है। प्रखंड की उत्तर-दक्षिण सीमा गौनाहा प्रखंड से जहां जुड़ी हुई है। वहां के लोगों के रिश्तेदार एक दूसरे प्रखंड में बहुत अधिक है। इस वजह से ये सभी एक दूसरी जगह अक्सर आना जाना करते है। लेकिन इस बीच ढोंगही पहाड़ी नदी बहती है। इसका जलस्तर बरसात में बहुत बढ़ जाता है। नतीजा तेज बारिश के बाद एक किमी की दूरी 25 किमी तय करनी होती है।
दोन सहित थरुहट के लोगों का इसी रास्ते से अधिक आवागमन करते है। लेकिन यदि नदी का जलस्तर बढ़ जाता है। तो जहां एक किमी दूरी है। वह 25 किमी तय करनी पड़ती है। इस संबंध में स्थानीय बालेश्वर पटवारी, संजय महतो आदि ने बताया कि जब बरसात शुरु होती है। तबसे तीन महीने तक ढ़ोंगही नदी का जलस्तर बढ़ जाता है। नतीजा बगल के गौनाहा प्रखंड में भी जाना मुश्किल है। यहां के गांवों के बीच नदी स्थित है। जहां का रास्ता बिल्कुल बंद हो जाता है। गर्मी के दिनों में जहां सीमावर्ती लोगों को महज एक किमी दूरी तय करना पड़ती है। वहीं जलस्तर बढ़ते ही यह पच्चीस किमी बढ़ जाता है। उत्तरांचल के दोन आने जाने के लिए दिनभर का समय व्यतीत होता है। इस वजह से सीमा पर स्थित पोखरिया ,परसौनी, झरहरवा, आदि जाने में मुश्किल होती है। प्रखंड से लेकर विधायक और सांसद से मांग हो चुकी है। बावजूद यहां नदी पर पुल के निर्माण की पहल नही की गई। हर चुनाव में जन प्रतिनिधि आश्वासन देते है।
बयान
नदी से दो दर्जन गांवों का आवागमन प्रभावित: गौनाहा जाने के लिए लोग दो रास्ता चुनते है। जहां रास्ता रोकें ढ़ोंगही नदी बहती है। एक रास्ता परसौनी गांव को पार कर बनकटवा होकर है। वही दूसरा परसौनी से पोखरिया होकर जाती है। लेकिन इस मुख्य सड़क के बीच में यह नदी है।
विजय महतो मुखिया, परसौनी पंचायत