पदाधिकारी नहीं आते तो कार्यालय पर लटक जाता ताला
बगहा। जहां एक ओर जल जीवन हरियाली योजना को ले सरकार काफी गंभीर है। वहीं ठकराहा प्रखंड में मनरेगा कार्यालय में आए दिन ताला लटकना सरकारी योजनाओं का सही क्रियान्वयन करने विभाग की लापरवाही खुलकर सामने आ रही है।
बगहा। जहां एक ओर जल जीवन हरियाली योजना को ले सरकार काफी गंभीर है। वहीं ठकराहा प्रखंड में मनरेगा कार्यालय में आए दिन ताला लटकना सरकारी योजनाओं का सही क्रियान्वयन करने विभाग की लापरवाही खुलकर सामने आ रही है। कार्यालय के बंद होने की बात पर प्रखंड के एक कर्मी ने बताया कि भितहा के मनरेगा के प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी श्यामदेव प्रसाद को ही ठकराहा का अतिरिक्त प्रभार है। साहब महीने में यदाकदा मीटिग करने पहुंचते हैं। बाकी दिन कार्यालय भगवान भरोसे रहता है। आए दिन पीएम आवास योजना से आवास निर्माण के बाद लाभुक मजदूरी के लिए कार्यालय का चक्कर लगाते हैं पर कार्यालय पर ताला लगे होने से वे बैरंग वापस होना पड़ता है। कोईरपट्टी पंचायत के मुखिया मदन साह ने बताया की प्रभार का बहाना बना कार्यक्रम पदाधिकारी कार्यालय से महीनों महीनों गायब रहते हैं। जिसके चलते पंचायतों में मनरेगा संबंधित कार्य काफी प्रभावित है। उनके नहीं रहने से कर्मी भी मनमानी करने से बाज नहीं आते। सिर्फ मीटिग के समय ही कार्यालय का ताला खुलता है। इसकी शिकायत उनके द्वारा पंचायत समिति की बैठक में कई बार उठाई गई बावजूद अब तक सुधार नहीं दिख रहा है। मनरेगा कार्यालय लगातार बंद रहने के बाबत पूछे जाने पर प्रखंड विकास पदाधिकारी सन्नी सौरभ ने बताया कि कार्यक्रम पदाधिकारी ठकराहा और भितहा के संयुक्त प्रभार में होने से ज्यादा समय भितहा में देते हैं। उनकी कार्यशैली ठीक नहीं है। इस संबंध में अनुमंडल पदाधिकारी को अवगत करा दिया गया है। अब जिला कार्यालय को भी भेजा जा रहा है। मनरेगा कार्यालय बंद रहने से जल जीवन हरियाली जैसे महत्वपूर्ण कार्यक्रम में प्रखंड पिछड़ रहा है।
इस संबंध में कार्यक्रम पदाधिकारी शायमदेव प्रसाद ने बताया कि दो जगह का प्रभार है । उनका दो दिनों का प्रशिक्षण था। जिसमें शामिल होने वे चले गए थे। आपरेटर प्रतिदिन कार्यालय में बैठता है वह भी कुछ दिनों से बीमार है। जिसके चलते कार्यालय बंद पड़ा है। नए पीआरएस होने से जल जीवन हरियाली कार्यक्रम का सर्वे कार्य अभी पूरा नहीं हो सका है। उन्हें अविलम्ब पूरा करने का निर्देश दिया गया है।