दिनभर सूर्य और बादल में होती रही लुका-छिपी
बेतिया। रविवार को एक बार फिर मौसम का मिजाज बदला हुआ नजर आया।
बेतिया। रविवार को एक बार फिर मौसम का मिजाज बदला हुआ नजर आया। दिन में लगभग 10 बजे तक कोहरा छाया रहा। उसके बाद कुछ देर के लिए धूप निकली, लेकिन फिर बादलों ने आसमान पर अपना कब्जा जमा लिया। दिन में कई बार बादल और सूर्य के बीच लुकाछिपी का खेल चला, लेकिन बादल भारी पड़े और इसके चलते दिन में सर्दी से लोग परेशान रहे।
पिछले चार दिनों से मौसम का मिजाज कुछ ऐसा है कि दिन में धूप और शाम होते ही ठंड से लोग ठिठुरने लगते हैं। रविवार की सुबह कोहरा पड़ा। दिन में लगभग 10 बजे तक कोहरा पड़ता रहा और इसके कारण लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। 10 बजे हल्की धूप निकली, लेकिन आधे घंटे बाद ही आसमान में बादल आ गए। बादलों ने आसमान पर कब्जा जमाया तो सूर्य देव भी दुबक गए। दिन में एक दो बार सूर्यदेव ने धरती पर झांकने की कोशिश की, लेकिन बादलों के आगे उनकी एक न चली। माधोपुर क्षेत्रीय कृषि अनुसंधान केंद्र के वरीय वैज्ञानिक डॉ अजीत कुमार ने बताया कि अधिकतम तापमान 18 डिग्री और न्यूनतम तापमान 9 डिग्री दर्ज किया गया। यह मौसम गेहूं की पैदावार के लिए बेहतर है।
-------------------------------------------------------------------
बुजुर्गों और बच्चों का रखें ध्यान
मैनाटांड़, संवाद सहयोगी : डॉ. एम कुमार ने बताया कि बुजुर्गों को ठंड में विशेष सावधानी रखनी चाहिए। सर्दी के मौसम में बच्चों में कोल्ड डायरिया, निमोनिया, सांस संबंधी तकलीफ, कोल्ड स्ट्रोक आदि की संभावना ज्यादा रहती है। ठंड के मौसम में दवा से ज्यादा सतर्कता बरतने से कारगर बचाव हो सकता है। कड़ाके की ठंड में बच्चों को गर्म कपड़े पहनाने के साथ-साथ उन्हें गर्म कपड़ों में पूरी तरह लपेट कर रखना चाहिए। साथ ही सुपाच्य व ताजा भोजन देना चाहिए। बच्चे यदि डायरिया से पीड़ित हो जाए तो फर्स्ट एड के तौर पर उन्हें नमक, चीनी व पानी का घोल लगातार देना चाहिए और जल्दी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र या स्थानीय चिकित्सक के पास ले जाना चाहिए।