नेट बैंकिग से कैश हैक करने वाले आधा दर्जन को जेल
नेट बैंकिग के माध्यम से लोगो को बैक खाता से मोटी रकम गायब करने वाले आधा दर्जन बदमाशों को जेल भेज दिया गया है।
बेतिया । नेट बैंकिग के माध्यम से लोगो को बैक खाता से मोटी रकम गायब करने वाले आधा दर्जन बदमाशों को जेल भेज दिया गया है। थानाध्यक्ष कृष्ण मुरारी गुप्ता ने बताया कि जौकटिया गांव निवासी पिटू कुमार, जियाउल हक, शेख शाहिद, मंतोष कुमार यादव, मुकेश कुमार एवं पन्नालाल कुमार को जेल भेजा गया है। इसका मुख्य सरगना गोपालगंज जिले के आजाद आलम है, जो फिलहाल पुलिस गिरफ्त से बाहर है। उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस प्रयास तेज कर दी है। छापेमारी गुरुवार की देर शाम की गई। बताया जाता है कि साइबर क्राइम में इनकी गहरी पैठ है। सभी बदमाश पाकिस्तान, दुबई, बांग्लादेश आदि जगहों से धोखाधड़ी कर किसी खास बैंक एकाउंट में राशि मंगाकर आपस में बांट लेते थे। थाना क्षेत्र के विभिन्न जगहों पर छापेमारी कर पुलिस 26 एटीएम कार्ड, 10 मोबाइल सेट के अलावे नगद एक लाख पचहत्तर हजार रुपये भी बरामद की है। पटना स्थित गांधी मैदान गोपालगंज आदि थानों में भी इनके खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज है। बताया जाता है कि संध्या गश्ती के दौरान चीनी मिल स्थित एटीएम सेंटर से एटीएम हेराफेरी करने वाले दो को पहले पकड़ा गया। उनकी निशानदेही पर जौकटिया से चार लोगों को गिरफ्तार किया गया। मुख्य सरगना के अतिरिक्त इस इलाके के अन्य कई युवकों के भी इस आपराधिक वारदात में जुड़े होने का खुलासा हुआ है, जिनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। थानाध्यक्ष कृष्ण मुरारी गुप्ता ने बताया कि इसका मुख्य सरगना आजाद आलम आजाद इंजीनियरिग का छात्र है। वह साइबर क्राइम का मास्टरमाइंड है। इस तरह के अपराध में वह काफी एक्सपर्ट है। थानाध्यक्ष ने बताया कि पिटू कुमार ने पिछले 12 दिनों में 8 लाख की हैकिग कर ली है। वहीं मोहम्मद शाहिद के बैंक खाते से एक वर्ष के भीतर एक करोड़ 23 लाख रुपये की हेराफेरी कर ली है। जेल भेजे गए साइबर अपराधी अनपढ़ या कम पढ़े लिखे लोगों को अपनी जाल में फंसा कर उनसे उनका एटीएम कार्ड ले लेते थे। उनको प्रत्येक माह तीन हजार देने का आश्वासन देकर उनके एटीएम कार्ड से लाखों रुपए की हेराफेरी कर रहे थे। इनके पास से बरामद एटीएम कार्ड विभिन्न लोगों के नाम से निर्गत हैं। उन्होंने बताया कि बेतिया का रंजीत अग्रवाल के स्वीप मशीन से भी ये लोग 5 परसेंट रुपए देकर रुपए की निकासी करते थे। इन पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत मामला उजागर हुआ है। थानाध्यक्ष ने बताया कि इस मामले में 26 लोगों पर प्राथमिकी दर्ज की गई है। जिनमे से 6 साइबर अपराधी को पकड़ कर जेल भेजा जा रहा हैं। बताया जाता है कि लोगो की लगातार शिकायत मिल रही थी की उनके बैंक खाता से अवैध तरीके से रुपए की निकासी की जा रही है। लगातार शिकायत मिलने के बाद पुलिस सक्रिय हुई और पुलिस बदमाशों के जड़ तक पहुंच गई। साइबर अपराध से जुड़े रैकेट के कार्रवाई में थानाध्यक्ष कृष्णमुरारी गुप्ता, सहित दारोगा सुनील कुमार सिंह, दारोगा सज्जाद गद्दी आदि की उल्लेखनीय भूमिका रही है।